वो खनकती आवाज, सधे सुर और हर मूड के गाने की गहराई में उतरती आवाज - बेशक ये किशोर कुमार ही हो सकते हैं। बॉलीवुड के इस महागायक ने आज ही के दिन यानी 13 अक्टूबर को हम सबका साथ छोड़ दिया था। उनको गए तो बहुत साल हो गए लेकिन उनके गाए गाने और हंसता चेहरा - आज भी उनको उनके चाहने वालों के साथ जोड़े हुए हैं। बता दें कि किशोर कुमार ने अपने करियर में सभी भाषाओं को मिलाकर 1500 से ज्यादा गाने गाए हैं।
जब गा नहीं पाते थे किशोर कुमार
जो आवाज गायकों के लिए एक मिसाल है, उसके बारे में उनके बड़े भाई अशोक कुमार ने बताया था कि बचपन में किशोर कुमार की आवाज फटे बांस जैसी थी। एक इंटरव्यू में अशोक कुमार ने बताया था कि बचपन में पैर में चोट लगने की वजह से डॉक्टर ने ऐसी दवा दी कि कई दिन तक किशोर कुमार रोते रह गए। रोने की वजह से उनका गला खुल गया और आवाज बेहतरीन हो गई।
इस फिल्म में गाया लता मंगेशकर की जगह गाना
फिल्म 1962 में आई हाफ टिकट में किशोर कुमार का गाया एक गाना है - आके सीधी लगी दिल पे। इस गाने में उन्होंने मेल और फीमेल - दोनों आवाजों में गाया है। इस गाने को म्यूजिक डायरेक्टर सलिल चौधरी एक डुएट रिकॉर्ड करना चाहते थे। वह किशोर कुमार के साथ लता मंगेशकर की आवाज चाहते थे। लेकिन गाने की रिकॉर्डिंंग के समय लता जी मुंबई से बाहर थीं और सिचुएशन ऐसी थी कि उनके आने की तारीख से पहले इस गाने को पूरा करना जरूरी था। ऐसे में किशोर कुमार ने सलिल जी से कहा कि वह दोनों आवाज में ये गाना गा सकते हैं।
बता दें कि हाफ टिकट में यूं तो मधुबाला हीरोइन थीं लेकिन ये गाना किशोर कुमार और प्राण पर फिल्माया गया था जिसमें किशोर महिला के भेष में नजर आए थे।
किशोर कुमार के बारे में जानें ये बातें
किशोर कुमार का असली नाम आभास कुमार था। वह अपना करियर जहां गायकी में बनाना चाहते थे वहीं उनके बड़े भाई यानी अशोक कुमार चाहते थे कि वह पर्दे पर उनकी तरह अभिनय करें। बेमिसाल गायक किशोर कुमार ने कभी संगीत की शिक्षा नहीं ली। किशोर कुमार को लोगों से ज्यादा मिलना-जुलना पसंद नहीं था। कहते हैं कि किशोर कुमार ने अपने बंगले के बाहर बड़े से बोर्ड पर अंग्रेजी में ‘Beware Of Kishore’ लिखवाया था जिसका अर्थ हुआ किशोर से सावधान।
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