Bollywood Throwback: दर्जनों फिल्मों में विलेन का शानदार किरदार निभाने वाले एक्टर रूपेश कुमार अभिनेत्री मुमताज के चचेरे भाई थे। रूपेश ऐसे कलकार थे जिन्हें देखकर दर्शकों को डर लगता था। मूल रूप से विलेन के किरदार में खुद को स्थापित कर चुके रूपेश कुमार कई फिल्मों में इंस्पेक्टर बनकर भी नजर आए थे। 19 साल की उम्र में बॉलीवुड डेब्यू करने वाले रूपेश कुमार का हार्ट अटैक के कारण 49 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था।
16 जनवरी 1946 को पैदा हुए रूपेश कुमार ने साल 1965 में फिल्म रुस्तम ए हिंद से सिनेमा की दहलीज पर कदम रखा था। इसी बीच उन्होंने टारजन और किंग कोंग में भी काम किया। इसके बाद वह पीछे नहीं हटे। सपनों का सौदागर, आदमी और इंसान, शराफत, अंदाज, रामपुर का लक्ष्मण, लोफर, पाप और पुण्य जैसी फिल्मों से उन्होंने खूब नाम कमाया।
सीता और गीता में बने विलेन
बेहतरीन अदाकारा और संवाद अदायगी के चलते रूपेश कुमार को रमेश सिप्पी की फिल्म सीता और गीता में मुख्य विलेन का रोल दिया गया। इस फिल्म में वह हेमा मालिनी, धर्मेंद्र और संजीव कुमार के साथ नजर आए। इस फिल्म में उनका किरदार काफी प्रभावशाली रहा और इस किरदार ने उनके लिए भविष्य की राहें खोल दीं।
इन फिल्मों में विलेन बने
सीता और गीता के अलावा चाचा भतीजा, द ग्रेट गैंबलर, जानी दुश्मन, हम पांच, बडे दिलवाला जैसी फिल्मों में रूपेश कुमार ने विलेन का किरदार इतनी दमदारी से निभाया कि आज भी उनकी प्रशंसा होती है। तीन दशक तक सिनेमा में सक्रिय रहे रूपेश ने 70 से अधिक फिल्मों में काम किया था। वहीं दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले सीरिल बहादुर शाह जफर में वह एहसान उल्ला खां के रोल में भी नजर आए।
अवॉर्ड फंक्शन में गई जान
29 जनवरी 1995 को एक अवॉर्ड समारोह में रूपेश कुमार ने शिरकत की थी और इस दौरान उन्हें हॉट अटैक आया। एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उनका निधन हो गया। उस समय रूपेश केवल 49 साल के थे। उनका असली नाम आज तक कई फैंस को नहीं पता है। रूपेश का असली नाम अब्बास फराशाही था।
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