मुंबई. बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने लव जिहाद के खिलाफ बन रहे कानूनों पर निशाना साधा है। नसीर ने बताया कि उन्होंने अपनी मां के कहने के बावजूद वाइफ रतना शाह का धर्म परिवर्तन नहीं किया।
एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में नसीर ने कहा कि, 'मैंने जब रत्ना पाठक से शादी की तो मेरी मां ने मुझसे पूछा कि क्या मैं अपनी होने वाली पत्नी का धर्म भी परिवर्तन करने वाला हूं?
नसीर आगे कहते हैं कि, 'मैंने अपनी मम्मी को ना में जवाब दिया था। मेरी मम्मी अनपढ़ हैं और रुढ़ीवादी घर से ही है। इसके बावजूद वह दूसरे के धर्म परिवर्तन के सख्त खिलाफ थी।'
पांच बार नामज पढ़ती हैं मां
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि, 'मेरी मम्मी ऐसे परिवार से आती थीं जो दिन में पांच बार नमाज पढ़ता था। उन्होंने अपना पूरी जिंदगी रोजा रखा है। इसके अलावा हज भी किया है।'
बकौल नसीर, 'उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें बचपन से जो सिखाया है क्या वह अब बदल सकती है? ये बिल्कुल भी सही नहीं है कि किसी का भी धर्म परिवर्तन किया जाए।'
लव जिहाद कानून पर कही ये बात
नसीर ने यूपी और मध्यप्रदेश के लव जिहाद कानून पर कहा, 'लव जिहाद के नाम पर कई युवा लड़कों को परेशान किया जा रहा है। ये जो तमाशा चल रहा है इससे समाज को बांटा का जा रहा है।'
एक्टर आखिर में कहते हैं, 'जिन्होंने इस शब्द को गढ़ा है उन्हें जिहाद शब्द का मतलब बिल्कुल भी नहीं पता है। मुझे नहीं लगता कि कोई भी इस बात को मानेगा कि एक दिन मुस्लिम की आबादी हिंदुओं से ज्यादा हो जाएगी।'
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