र सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से बॉलीवुड में नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) और गुटबाजी को लेकर बहस छिड़ी हुई है। फिल्म इंडस्ट्री इस मुद्दे पर दो हिस्सों में बंटी हुई नजर आ रही है। बॉलीवुड का एक तबका नेपोटिज्म को कोई मसला नहीं मान रहा जबकि दूसरा इसे लेकर नाराजगी जता रहा है। कई सेलेब्स अब तक इसपर अपनी राय का इजहार चुके हैं। वहीं, अब जाने-माने एक्टर, सिंगर और कवि पीयूष मिश्रा ने नेपोटिज्म पर अपनी बात रखी है। उनका कहना है कि बॉलिवुड में नेपोटिजम नहीं बल्कि गुंडागर्दी और दादागिरी है।
हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में पीयूष मिश्रा ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से नेपोटिज्म ने मुझे कभी नुकसान नहीं पहुंचाया। मैंने अपनी समाप्त होने के बाद इंडस्ट्री में प्रवेश किया। मैंने वही किया जो मैं करना चाहता था। मैंने बहुत काम किया। मुझे पर कभी भी नेपोटिज्म का असर नहीं पड़ा। मेरे रास्ते में कोई कपूर या खान परिवार नहीं आया। मेरे लिए नेपोटिज्म वास्तव में है ही नहीं। अगर यह भी है तो इसने मुझे नुकसान नहीं पहुंचाया। लेकिन हां गुंडागर्दी और दादागिरी है।
उन्होंने आगे कहा कि बड़े सितारे और लेखक चाहते हैं कि नए लोग इंडस्ट्री में आए तो पहले उन्हें सम्मान दें और फिर काम करें। यह आप पर निर्भर करता है, आप सम्मान देना चाहते हैं या अपने काम के दम पर आगे बढ़ना चाहते हैं। मैं झुकने के लिए तैयार नहीं था, इसलिए मैं अपने तरीके से काम करता रहा। जब मुझे अपनी पसंद के मुताबिक कुछ नहीं मिला तो मैंने छोड़ दिया। पीयूष मिश्रा के वर्क फ्रंट की बात करें तो वह हाल ही में 'जेएल50' वेब सीरीज में नजर आए थे। इससे पहले वह 'इल्लेगल - जस्टिस आउट ऑफ ऑर्डर' सीरीज में दिखाई दिए थे।
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