बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार ऋषि कपूर पिछले दो साल से कैंसर की जंग लड़ रहे थे लेकिन आज (30 अप्रैल) वो यह जंग हार गए। गुरुवार की सुबह सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार मरीन लाइन्स के चंदनवाड़ी श्मशान घाट में किया जाएगा, जिसमें लॉकडाउन के चलते बहुत कम लोग शामिल होंगे।
ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा कपूर साहनी दिल्ली में रहती हैं और लॉकडाउन के चलते अंतिम समय में अपने पिता के साथ नहीं रह सकीं। अब वो दिल्ली से सफर कर मुंबई जाएंगी और अपने पिता के अंतिम दर्शन करेंगी। रिद्धिमा को गृह मंत्रालय ने सफर करने की इजाजत दे दी है। उन्होंने कल गृह मंत्रालय से सफर करने के लिए निवेदन किया था जिसके बाद उन्हें इजाजत दी गई और उन्हें पांच पास इशू कर दिए गए हैं।
एक वेबसाइट के मुताबिक, 'रिद्धिमा को सड़क के रास्ते मुंबई जाने की इजाजत दे दी गई है। दक्षिण-पूर्वी दिल्ली की डीसीपी ने कहा, 'हमने सुबह 10.45 पर पांच लोगों को मुंबई जाने की इजाजत दे दी है। हमने परिवार से संपर्क किया है और हम उनकी मदद करेंगे। हमने केवल मूवमेंट पास जारी किए हैं। क्योंकि फ्लाइट और ट्रेन बंद हैं इसलिए वो सड़क के रास्ते मुंबई जाएंगी।' बता दें कि रिद्धिमा 1400 किलोमीटर का रास्ता सड़क से तय कर अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होंगी।
मालूम हो कि साल 2018 में ऋषि कपूर को कैंसर हुआ था जिसके बाद वो इलाज के लिए न्यूयॉर्क चले गए थे। यहां एक साल तक ऋषि कपूर का इलाज चला और इस दौरान उनकी पत्नी नीतू कपूर और बच्चे साथ ही रहे। रिद्धिमा भी अपनी बेटी समारा के साथ कई दिन तक न्यूयॉर्क में थीं। ऋषि कपूर इलाज करवा कर पिछले साल सितंबर में देश वापस लौटे थे। बुधवार रात उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां आज सुबह उनका निधन हो गया।
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