'बैंडिट क्वीन' के नाम से मशहूर सीमा बिस्वास 55 साल की हो चुकी हैं। शेखर कपूर की फिल्म बैंडिट क्वीन, फूलन देवी की असली जिन्दगी पर आधारित है। कैसे फूलन नाम की एक आम लड़की के साथ ज्यादती होती है और वह फिर बदला लेने के लिए डकैत बन जाती है, ये हर महिला को जानना चाहिए। बैंडिट क्वीन बॉलीवुड में समय से आगे की फिल्म मानी जाती है इसमें सीमा बिस्वास ने फूलन देवी का किरदार निभाया था। जब सीमा बिस्वास ने फूलन देवी का किरदार निभाया तो फिल्म के एक सीन के बाद वो रात भर रोती रही थीं। इसका खुलासा उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में किया था।
इस वजह से रोती थीं सीमा बिस्वास
सीमा बिस्वास के लिए बैंडिट क्वीन का रोल करना उतना आसान नहीं था। 1994 में सीमा पहली बार फिल्म बैंडिट क्वीन से दुनिया के सामने आईं। सीमा के मुताबिक फिल्म में कई सारे न्यूड सीन थे। इसके चलते काफी विवाद हुआ था। विवादों के कारण उन्हें रात-रात भर रोना पड़ा था। इस सीन को शूट करते समय डायरेक्टर और कैमरामैन के अलावा सभी का अंदर आना मना था।
फिल्म की रिलीज से पहले काफी बवाल मचा था इसलिए सीमा ने शेखर कपूर से कहा था कि फिल्म से न्यूड सीन को हटा दिया जाए। खबर ये भी थी कि खुद फूलन देवी ने भी इस फिल्म का विरोध किया था। हालांकि बाद में कोर्ट की स्वीकृति के बाद फिल्म रिलीज हुई थी। बता दें, इस फिल्म के लिए उन्हें नेशनल पुरस्कार से भी नवाजा गया था। सीमा बिस्वास ने हिंदी फिल्मों के अलावा कई मराठी, मलयालम, तमिल, पंजाबी, बंगाली और अंग्रेजी फिल्मों में भी काम किया है।
बैंडिट क्वीन हुई थी बैन
रियल घटना पर बनी बैंडिट क्वीन को सेंसर बोर्ड ने सिनेमाघर में प्रदर्शित नहीं होने दिया। यह फिल्म एक दलित वर्ग की महिला की कहानी है जिसकी आबरू उच्च जाति के लोगों द्वारा लूटी गई। इस फिल्म में रेप सीन्स को बेहद बोल्ड तरीके से प्रदर्शित किया गया था जिसके बाद इस फिल्म को सेंसर ने बैन कर दिया।
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