मुंबई. 25 साल बीतने के बाद भी फिल्म दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे आज भी शाहरुख खान की सबसे आइकॉनिक फिल्म मानी जाती है। शाहरुख खान ने बताया कि फिल्म में कई सीन थे जो स्क्रिप्ट में नहीं लिखे थे, उन्हें शूटिंग के दौरान ही फिल्माया गया था।
Marie Claire नाम की वेबसाइट को शाहरुख खान ने बताया कि- फिल्म में एक सीन था जहां पर अमरीश पुरी कबूतरों को दाना दे रहे हैं। एक फनी मूमेंट था जब हम बहुत ही अजीब तरीके से कबूतरों से कह रहे हैं- 'आओ, आओ।'
बकौल शाहरुख खान- 'कबूतरों के बुलाने का ये तरीका मैंने दिल्ली में सुना था। ऐसे में मैंने ये फिल्म में जोड़ दिया था। फिल्म में काजोल के चेहरे पर फूलों के जरिए पानी छिड़का जा रहा था। हमें नहीं बताया गया था कि ऐसा कुछ होने वाला है।'
अनुपम खेर ने सुनाया ये किस्सा
दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे में शाहरुख खान के पिता का किरदार निभाने वाले अनुपम खेर ने भी अपना किस्सा सुनाया। अनुपम खेर ने कहा- 'शाहरुख खान की एक अच्छी बात है कि वह सभी को बहुत प्यार करते हैं। फिल्म में एक सीन है जिसमें हम काफी बड़बड़ करते हैं। मैंने वह शब्द सेट पर ही तैयार किए थे।'
अनुपम खेर बताते हैं- 'एक जगह राज कहता- 'मैं फेल हो गया तो उन्हें मैं उसे अपने पूर्वजों के बारे में बताता हूं। रियल लाइफ में मेरे अंकल सातवीं और आठवीं क्लास में फेल हुए थे। मैंने चोपड़ाजी से पूछा कि क्या मैं उनके असली नाम का इस्तेमाल कर सकता हूं।'
आदित्य चोपड़ा का विजन था साफ
1995 में रिलीज हुई इस फिल्म ने कई रिकॉर्ड तोड़े थे। फिल्म ने शाहरुख खान और काजोल की सबसे रोमांटिक जोड़ी दी थी। शाहरुख खान ने कहा- 'फिल्म एक तरीके से हम सभी दोस्ती की मस्ती थी।'
शाहरुख खान के मुताबिक डायरेक्टर आदित्य चोपड़ा का विजन काफी साफ था। उन्हें पता था कि फिल्म को किस दिशा में ले जना। फिल्म में शब्द हमारे थे, लेकिन उसके अंदर की सभी भावनाएं आदित्य चोपड़ा की थी।
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