बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को आत्महत्या कर ली। उनकी मौत से हर कोई सदमे में है। सुशांत की मौत के दिन उनकी को-स्टार रह चुकीं एक्ट्रेस कृति सेनन ने श्रद्धांजलि पोस्ट नहीं की थी जिसकी वजह से उन्हें ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था। लोगों ने सोशल मीडिया पर उन्हें असंवेदनशील और काफी कुछ लिखा था। कृति ने बुधवार को ट्रोल्स को जमकर फटकार लगाई है। उनका कहना है कि किसी के जाने का दुख तभी नहीं होता जब सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट किया जाए। क्या सोशल मीडिया ही अब असली दुनिया हो गया है।
कृति ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक लंबी-चौड़ी पोस्ट शेयर किया है। पोस्ट में लिखा कि ये अजीब बात है कि हमेशा ट्रोलिंग और गॉसिप करने वाली दुनिया अचानक आपके जाने के बाद आपके बारे अच्छा और पॉजिटिव चर्चा करने लगती है। .सोशल मीडिया सबसे ज्यादा नकली और जहरीली जगह है। अगर आप किसी की मौत के बाद उसके लिए सोशल मीडिया आरआईपी पोस्ट नहीं करते या पब्लिकली कमेंट नहीं करते तो इसका मतलब समझा जाता है कि आपको उसके जाने का दुख नहीं है। वहीं, हकीकत यह है कि ऐसे ही लोग असल में दुखी होते हैं। लगता है कि सोशल मीडिया ही अब 'रियल' वर्ल्ड है और रियल वर्ल्ड फेक हो गया है।
कृति ने लिखा आगे कि कुछ मीडिया वालों ने अपना मकसद और संवेदनशीलता को पूरी तरह से खो दिया है। ऐसी दुख की घड़ी में वो आपसे लाइव आने या आपका कमेंट देने के लिए बोलेंगे। अंतिम संस्कार के समय भी कार के दरवाजे को खटखटाएंगे और कहेंगे 'मैडम शीशा नीचे करो न! 'ताकि साफ तस्वीर ले सकें। अंतिम संस्कार एक बहुत ही निजी और व्यक्तिगत मामला है। हमारे पेशे से पहले मानवता रखिए! मैं मीडिया से गुजारिश करती हूं कि ऐसी जगह नहीं आएं और अगर जाएं तो मर्यादा बरकरार रखें। कथित ग्लैमर की दुनिया में रहते हुए भी हम आपकी ही तरह सामान्य इंसान हैं। इसे कभी भी न भूंलें। बता दें कि सुशांत के करीबियों में से एक कृति 15 जून को उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुईं थीं।
वहीं, सुशांत के निधन के दो दिन बाद कृति ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर उनके लिए पोस्ट करते हुए अपना दुख जाहिर किया था। एक्ट्रेस ने सुशांत के साथ अपनी तस्वीरें पोस्ट कर लिखा, 'सुश.. मैं जानती थी कि तुम्हारा प्रतिभाशाली दिमाग तुम्हारा बेस्ट फ्रेंड और तुम्हारा सबसे बड़ा दुश्मन भी है। लेकिन इसने मुझे पूरी तरह तोड़ दिया है कि तुम्हारी जिंदगी में ऐसा पल भी आया जब तुम्हारे लिए जीने से आसान या बेहतर मरना था। काश कि तुम्हारे पास उस पल में लोग होते जो तुम्हारी मदद करते उस पल को गुजारने में, काश कि तुमने उन लोगों को खुद से दूर ना किया होता जो तुमसे प्यार करते थे।'
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