साउथ फिल्म इंडिस्ट्री के मेगास्टार चिरंजीवी आज अपना 65वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 22 अगस्त, 1955 को आंध्रप्रदेश में हुआ था। चिरंजीवी मुख्यत: तेलुगू एक्टर हैं लेकिन वह साथ ही साथ तमिल, कन्नड़ और बॉलीवुड फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ चुके हैं। चिरंजीवी की फैन फॉलाइंग सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है बल्कि उनकी चाहने वाले विदेश में भी हैं। चिरंजीवी को सात बार दक्षिण भारतीय फिल्मफेयर अवॉर्ड और चार बार नंदी अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। आइए जन्मदिन के मौके पर जानते हैं चिरंजीवी के करियर से जुड़ी कुछ खास बातें।
चिरंजीवी की पहली फिल्म ‘पुनाधिरल्लू’ थी। हालांकि, इससे पहले उनकी फिल्म ‘प्रणाम खरीदू मना वूरी पंडावुलू’ रिलीज हो गई थी। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और दर्शकों के दिल में अपनी खास जगह बना ली। 1980 उनके करियर का अहम साल साबित हुआ। उन्होंने इस साल एक के बाद एक 14 हिट फिल्में दीं, जिससे उन्हें स्टारडम हासिल करने में कामयाबी मिली। वहीं, साल 1992 में आई 'घराना मोगुदु' फिल्म ने ऐसे सफलता के झंडे गाड़े कि चिरंजीवी भारत के सबसे महंगे एक्टर बन गए थे।
साल 1980 चिरंजीवी के लिए एक और वजह खास रहा। वह इसी साल तेलुगू फिल्मों के मशहूर कॉमेडियन अल्लू रामलिंगय्या की बेटी सुरेखा के साथ शादी के बंधन में बंधे थे। चिरंजीवी की दो बेटी और एक बेटा है। उनका बेटा राम चरण साउथ इंडियन फिल्मों का जाना-माना स्टार है। चिरंजीवी ने अपने चार दशक से अधिक लंबे करियर में अब तक करीब 150 फिल्मों में काम किया है।
चिरंजीवी ने फिल्मों के अलावा राजनीति में भी किस्तम आजमाई। उन्होने साल 2008 मेंप्रजा राज्यम पार्टी की स्थापना की थी और भी इस पार्टी का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विलय कर दिया। वह राज्यसभा सांसद भी रहे और भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के लिए स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री बने। बता दें कि चिरंजीवी का असली नाम कोणिदेल शिव शंकर वरा प्रसाद है। फिल्मों में आने के बाद उन्होंने अपना नाम चिरंजीवी रख लिया था।
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