Boman Irani Exclusive: बोमन ईरानी का नाम बॉलीवुड जगत के उम्दा कलाकारों में शामिल है। एक कलाकार होने के साथ-साथ उनमें एक बेहतरीन फोटोग्राफर और एक वॉयस आर्टिस्ट भी है- लेकिन जिस खास बात के लिए बोमन ईरानी जाने जाते हैं, वो है उनकी सादगी। साल 2003 से उन्होंने हॉरर फिल्म 'डरना मना है' से बॉलीवुड डेब्यू किया था। लेकिन उनके कमर्शियल ब्रेक की बात करें तो वो फिल्म थी 'मुन्ना भाई एमबीबीएस'। इसी फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट कॉमेडियन का अवॉर्ड भी दिया गया था। अब तक के 19 साल लंबे बॉलीवुड करियर में बोमन ईरानी ने कई हिट फिल्में दीं। उनके बॉलीवुड सफर और जिंदगी के तमाम अनछुए पहलुओं पर टाइम्स नाउ नवभारत ने बोमन ईरानी से खास बातचीत की। पेश है बातचीत के अंश:
बॉलीवुड में आकर सीखना शुरू किया
अभिनेता बोमन ईरानी बॉलीवुड में 44 साल की उम्र में आए। इससे पहले उन्होंने भी अपनी रास्ते की तमाम मुश्किलों का डटकर सामना किया। अभिनेता बनने से पहले बोमन ईरानी दुकान चलाते थो। अपनी सेल्फ डिफाइन जर्नी को लेकर बोमन कहते हैं कि बॉलीवुड में आकर उन्हें लगा कि उनकी उम्र 20-25 साल की हो गई है। उनकी पहली कमर्शियल फिल्म 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' थी, जो बहुत हिट हुई। जिसके बाद उन्हें (बोमन ईरानी) को ऑफर आने लग गए। बोमन कहते हैं बॉलीवुड में आकर उन्होंने सीखनी शुरू कर दिया। बोमन कहते हैं कि फिल्म इंडस्ट्री में बड़े-बड़े कलाकारों के साथ काम करना, बड़े डायरेक्टर के साथ एसोसिएशन होना और उनसे सीखना- उनके अब तक के बॉलीवुड सफर का यही सार है।
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बोमन ईरानी अपनी पुरानी यादों को ताज़ा करते हुए कहते हैं, राजकुमार हिरानी, दिबाकर बनर्जी और बच्चन साहब (अमिताभ बच्चन) जैसे बड़े सितारों के साथ काम करते हुए उन्होंने बहुत कुछ सीखा है। उनसे सीखी हुई चीज़ किसी खजाने से कम नहीं है।
सच्चाई है जिंदगी की खोज
अभिनेता बोमन ईरानी सैंकड़ों से भी ज्यादा फिल्मों में अपनी कला की छाप छोड़ चुके हैं। हालांकि, जिंदगी में वो एक खोज में हैं और वो खोज है सच्चाई की। बोमन ईरानी कहते हैं कि एक कलाकार की एक ही खोज होती है- सच्चाई। स्क्रीन पर डायलॉग मारना अच्छा लगता है। आप सच्चाई को खोजते हैं। रियल लाइफ में उनकी खोज भी सच्चाई है। एक्टिंग में तो ये मुश्किल है लेकिन रियल लाइफ में सच्चाई की खोज और भी मुश्किल है। बतौर पति, एक्टर या एक पिता के तौर मैं सच्चाई को और करीब लाना चाहता हूं। बोमन ईरानी अब भी यही कहते हैं कि जिस दिन वो कामयाब बनेंगे, वो खुद को सही मायने में कलाकार समझेंगे।
एक दिन डायरेक्टर जरूर बनूंगा
बोमन ईरानी अपनी बात जारी रखते हुए कहते हैं कि जिंदगी में लक्ष्य होना बेहद जरूरी है। वास्तव में उनका सपना डायरेक्टर बनना था और वो डायरेक्टर बनेंगे भी। बोमन कहते हैं कि आपकी जिंदगी में चाह का होना बेहद जरूरी है। मेरी भी ख्वाहिश है कि इसे पूरा करूं। चाहे में अवॉर्ड विनिंग डायरेक्टर बनूं या साधारण- एक दिन इस लक्ष्य को भी पूरा करूंगा।
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3 Idiots के वीरू सहस्त्रबुद्धे को पसंद नहीं करता हूं
फिल्म 3 Idiots के जिस किरदार की आज तक चर्चा होती है, वो प्रिंसीपल वीरू सहस्त्रबुद्धे। बोमन ईरानी ने इस किरदार को इस तरह से निभाया, शायद कोई भूल पाए। खास बात ये है कि बोमन ईरानी अपनी रियल लाइफ में अपने इस किरदार से बेहद अलग हैं। बोमन कहते हैं वीरू सहस्त्रबुद्धे का किरदार एक नॉन-प्रोग्रेसिव किरदार, जिसे वे खुद ना-पसंद करते हैं। बोमन कहते हैं कि अगर वह जिंदगी में वायरस जैसे होता तो उन्हें इतना प्यार नहीं मिलता (मुस्कुराते हुए)। किरदार अजीब था लेकिन इसी वजह से लोगों को बेहद पसंद आया। दिलचस्प बात ये भी इसी किरदार के लिए उन्हें बेस्ट एक्टिंग का अवॉर्ड मिला था।
स्क्रीनराइटिंग सिखाने के लिए ‘स्पाइरल बाउंड’ की शुरुआत की
बोमन कहते हैं कि इसकी शुरुआत मेरे मन में अपनी फिल्म बनाने के विचार आने के साथ हुई। मैंने एक कहानी को लिखा, लेकिन स्ट्रक्चर ठीक से तैयार नहीं कर सका। अमेरिका में मेरी मुलाकात लेखक एलेक्स गारलैंड से हुई, जिन्होंने 3 से 4 फिल्मों के लिखा था। मैंने उनसे दोस्ती की और गुरु बना लिया। उनसे सीखी चीजें अपनी स्क्रिप्ट में अप्लाई करता रहा। तब मुझे राइटिंग में टेक्निक की पावर का एहसास हुआ। साल 2019 में ‘स्पाइरल बाउंड’ की शुरुआत हुई। कोरोना के बाद जूम के माध्यम से सेशन शुरू किया। धीरे-धीरे सिलसिला 400 बच्चों तक पहुंच गया। अब तक इसके 450 से अधिक सेशन हो चुके हैं। खास बात ये है कि बोमन ईरानी युवाओं को निशुल्क या फ्री स्क्रीनराइटिंग सिखाते हैं।
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एक बेहतरीन फोटोग्राफर भी हैं बोमन ईरानी
शायद इस बात को बहुत कम लोग जानते हैं बोमन ईरानी एक बेहतरीन फोटोग्राफर भी हैं। बोमन कहते हैं कि उन्हें फोटोग्राफी और स्पोर्ट्स का बेहद शौक था। हालांकि, वे कुछ समय के लिए ही स्पोर्ट्स फोटोग्राफर बनें थे। खुद अभिनेता बोमन ईरानी ने इस बात का खुलासा किया फोटोग्राफी के समय लोग कहते थे कि ये अमीर लोगों की हॉबी है। लेकिन उन्होंने सोचा कि अगर ऐसा है तो मैं फोटोग्राफी को अपना प्रोफेशन बनाउंगा। बोमन कहते हैं कि सबसे पहले उनके पास एक बेसिक कैमरा था लेकिन धीरे-धीरे मेहनत की और कैमरे को अपग्रेड किया। बोमन कहते हैं कि आज आपके पास जो भी है, उसकी वैल्यू करना सीखें। अपनी क्षमताओं को पहचानिए।
हमेशा से संतुष्ट रहा हूं
बोमन ईरानी कहते हैं कि अभिनेता बनने से पहले भी वे इतने ही खुश थे, जितने आज हैं। वो शॉपकीपर रहते हुए भी उतने ही संतुष्ट और खुश थे। आप हर चीज में खुशी ढूंढ सकते हैं। खुशी आपकी स्टेट ऑफ माइंड है।
इन फिल्मों में नज़र आएंगे बोमन ईरानी
बोमन ईरानी अपनी आगामी फिल्मों ‘रनवे 34’ ‘ऊंचाई’ और जयेशभाई जोरदार में नज़र आने वाले हैं। रनवे 34 का पहला नाम May Day था, लेकिन बाद में फिल्म का नाम बदल दिया गया। ‘रनवे 34’ में वह जहां अमिताभ बच्चन के साथ काम करते दिखाई देंगे तो वहीं ‘ऊंचाई’ में वह अनुपम खेर का साथ स्क्रीन शेयर करेंगे।
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