द‍िल्‍ली में बढ़ा वायु प्रदूषण, इस बड़े हॉलीवुड एक्‍टर ने भी जताई च‍िंता

हॉलीवुड
Updated Nov 20, 2019 | 12:30 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Leonardo Dicaprio on Delhi Air Pollution : द‍िल्‍ली और इसके आसपास के एरिया में वायु प्रदूषण के स्‍तर पर लियोनार्डो डिकैप्रियो ने भी चिंता जताई है। देखें सोशल मीड‍िया पर उन्‍होंने क्‍या पोस्‍ट क‍िया

हॉलीवुड एक्टर लियोनार्डो डिकैप्रियो इन द‍िनों वातावरण बचाने की मुहिम पर भी काम कर रहे हैं। वह ग्लोबल वार्मिंग और इसके असर के बारे में अक्‍सर बताते रहते हैं। अब वह उन्‍होंने द‍िल्‍ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण पर भी चिंता जताई है। इस मुद्दे को उन्‍होंने अपने स
Leonardo Dicaprio on Delhi Air Pollution : जानें क्‍या ल‍िखी पोस्‍ट  |  तस्वीर साभार: Twitter

हॉलीवुड एक्टर लियोनार्डो डिकैप्रियो इन द‍िनों वातावरण बचाने की मुहिम पर भी काम कर रहे हैं। वह ग्लोबल वार्मिंग और इसके असर के बारे में अक्‍सर बताते रहते हैं। अब वह उन्‍होंने द‍िल्‍ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण पर भी चिंता जताई है। इस मुद्दे को उन्‍होंने अपने सोशल मीड‍िया अकाउंट पर उठाया क‍िया है और इससे जुड़ी एक लंबी पोस्‍ट शेयर की है। 

अपनी पोस्‍ट में लियोनार्डो डिकैप्रियो ने द‍िल्‍ली में इंड‍िया गेट पर लोगों के प्रदर्शन की कुछ तस्‍वीरें भी साझा की हैं। यहां ये लोग वायु प्रदूषण का मुद्दा उठाने और सरकार से इससे जुड़ी नीतियां बनाने की मांग लेकर पहुंचे थे। 

यहां देखें द‍िल्‍ली के वायु प्रदूषण को लेकर लियोनार्डो डिकैप्रियो की पोस्‍ट 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
A post shared by Leonardo DiCaprio (@leonardodicaprio) on

क्‍या ल‍िखा है लियोनार्डो डिकैप्रियो ने अपनी पोस्‍ट में
अपने नोट में लियोनार्डो डिकैप्रियो ने लिखा है क‍ि 1500 से ज्यादा लोग दिल्ली में इंडिया गेट पर जुटे और उन्‍होंने शहर में बढ़ते एयर पॉल्यूशन लेवल पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक,  भारत में एयर पॉल्यूशन से हर साल लगभग 15 लाख लोगों की जान जाती है। ये आंकड़े वायु प्रदूषण को भारत में पांचवां सबसे बड़ा किलर बनाते हैं। 

लियोनार्डो ने अपनी पोस्‍ट में बताया - इस प्रदर्शन में सभी उम्र के लोग शामिल हुए थे, जिसकी वजह से इस पर कार्रवाई की गई. 1. भारतीय प्रधानमंत्री के कार्यालय ने विरोध प्रदर्शन के कुछ ही घंटों के भीतर इस मुद्दे पर ध्यान देने के लिए एक विशेष पैनल का गठन किया। पैनल को 2 सप्ताह के भीतर इस मुद्दे पर रिपोर्ट तैयार करनी थी. 2. भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार और संबंधित राज्य सरकारों को एक सप्ताह के भीतर फसल और पराली जलने के मुद्दे को ठीक करने के लिए कहा।

3. केंद्र ने स्वीकार किया कि ग्रीन फंड का उपयोग विषाक्त वायु प्रदूषण से निपटने के लिए किया जाएगा. 4. भारतीय प्रधानमंत्री ने कृषि मंत्रालय को तत्काल उपकरण वितरित करने के लिए कहा ताकि फसल जलाना आवश्यक न हो. लेकिन इन तमाम वादों के बावजूद दिल्ली की हवा अभी भी असुरक्षित है.  वायु प्रदूषण के सुरक्षित स्तर तक नहीं पहुंचता तब तक कार्यकर्ता अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। 

Times Now Navbharat पर पढ़ें Entertainment News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर