मशहूर फिल्ममेकर हार्वे वेनस्टेन को कोर्ट ने बलात्कार और यौन उत्पीड़न के मामले में दोषी पाया है। लेकिन निर्माता को हिंसक यौन उत्पीड़न के आरोपों से बरी कर दिया गया। इस मामले में कोर्ट ने उन्हें तुरंत जेल जाने का आदेश दिया है। बता दें कि सात पुरुषों और चार महिलाओं की जूरी ने वेनस्टेन को प्रथम डिग्री के आपराधिक यौन कृत्य और तीसरी डिग्री के बलात्कार का दोषी पाया।
हॉलीवुड फिल्ममेकर हार्वे वेनस्टेन को बलात्कार और यौन उत्पीड़न के मामले में दोषी पाए जाने के बाद ‘मीटू मुहिम’ की आशिंक जीत के तौर पर देखा जा रहा हे। बता दें कि फिल्मकार को प्रथम डिग्री के बलात्कार और हिंसक यौन उत्पीड़न के मामलों में दोषी नहीं पाया गया। यदि ये आरोप साबित हो जाते तो उन्हें आजीवन कारावास की सजा हो सकती थी।
वहीं जज के निर्णय सुनने के बाद कोर्ट के अधिकारियों ने घेर लिया और हथकड़ी लगाई। जिसके बाद उन्हें अदालत कक्ष से बाहर ले जाया गया। बता दें कि उन्हें साल 2006 के यौन उत्पीड़न और 2013 के बलात्कार के आरोपों में दोषी ठहराया गया है।
इसके साथ ही प्रोड्क्शन असिस्टेंट Mimi Haleyi के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में हार्वे वेनस्टेन को 25 साल तक जेल की सजा हो सकती है। वहीं फैसला आने के बाद 67 वर्षीय वेनस्टेन से इस्तीफा मांगा भी जा सकता है। बता दें कि हार्वे वेनस्टेन पर मॉडल और एक्ट्रेस लॉरेन यंग ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इस मामले में उन्होंने Manhatten court में अपनी गवाही भी दी थी।
लॉरेन के अलावा हॉलीवुड एक्ट्रेस जेसिका दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। एक्ट्रेस जेसिका दुष्कर्म ने बताया कि वेनस्टेन दो बार उनका रेप किया है। पहली बार हार्वे वेनस्टेन एक नशीला इंजेक्शन देकर उनका रेप किया था। दूसरी बार होटल के कमरे में बाल काटने के बहाने से बुलाकर उनका रेप किया था। बता दें कि 67 वर्षीय डायरेक्टर पर 80 से ज्यादा महिलाओं ने यौन उत्पीड़न लगाया है।
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