Thappad Review: दमदार है तापसी पन्नू की 'थप्पड़', शादी के इन अनकहे नियमों पर उठाती है सवाल

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Thappad Movie Review in Hindi: तापसी पन्नू की फिल्म थप्पड़ 28 फरवरी को रिलीज होने वाली है। अगर आप इस वीकेंड फिल्म देखने का प्लन बना रहे हैं तो इससे पहले जान लें कैसी है ये फिल्म।

Thappad Movie Review in Hindi
Thappad Movie Review in Hindi 

तापसी पन्नू की फिल्म थप्पड़ 28 फरवरी को रिलीज होने वाली है। फिल्म की कहानी एक ऐसे कपल की जिंदगी पर आधारित है जिनकी शादीशुदा जिंदगी अच्छी चल रही होती है लेकिन एक थप्पड़ उनका रिश्ता और जिंदगी दोनों को बदल देता है। फिल्म में पवेल गुलाटी, तापसी के पति के रोल में हैं। 

कहानी: फिल्म की कहानी अमृता (तापसी पन्नू) नाम की एक लड़की के आसपास घूमती है जो एक परफेक्ट पत्नी, बहू, बेटी, बहन और दोस्त है। वो ट्रेंड इंडियन क्लासिकल डांसर हैं और अपने पति के लिए अपने सपनों और डांस के लिए अपने प्यार को पीछे छोड़ देती है। वहीं उसका पति विक्रम (पवेल गुलाटी) अपने सपनों को पूरा करने के लिए कुछ भी करने को तैयार है लेकिन तभी उसे अहसास होता है कि उसके सपने टूटने वाले हैं। इन सबके बीच अमृता अपने पति विक्रम को एक लड़ाई से दूर करने की कोशिश करती है कि तभी वो पार्टी में कई लोगों के सामने अपनी पत्नी को थप्पड़ मार देता है। 

विक्रम के अमृता को थप्पड़ मारने के बाद वो जिन इमोशंस से गुजरती हैं वो किसी के भी रोंगटे खड़े करने के लिए काफी हैं। दर्शक अमृता से खुद को जोड़ पाने में कामयाब होंगे। अपनी शादी खत्म करने और अपने पार्टनर से अलग होने का फैसला किसी के लिए भी आसान नहीं होता। अपने पति द्वारा थप्पड़ मारे जाने के बाद अमृता बहुत कुछ सोचती है, उसे अहसास होता है कि उसके पति की जिंदगी में उसकी मौजूदगी वो अहमियत नहीं रखती जिसकी उसने उम्मीद की थी। 

अनुभव सिन्हा के डायरेक्शन में बनी 2 घंटे 21 मिनट की ये फिल्म सोशल ड्रामा फिल्म समाज के उन कई मुद्दों को उठाती है जिसपर कभी आवाज नहीं उठाई जाती जिसमें से एक है घरेलू हिंसा। फिल्म शादी के उन अनकहे नियमों पर सवाल उठाती है जिसके मुताबिक किसी भी शादीशुदा महिला के लिए उसके सपनों से ज्यादा उसका परिवार होता है। या फिर कोई भी महिला अपनी मर्जी से कुछ करने से पहले ये सोचती है कि लोग क्या कहेंगे?

एक्टिंग: एक्टिंग की बात करें तो तापसी पन्नू ने एक बार फिर अपनी बेहतरीन और दमदार एक्टिंग से दिल जीत लिया। तापसी चाहे एक अच्छी पत्नी और बहू बनने के रोल में नजर आएं या फिर खुद पर हाथ उठाने वाले पति के खिलाफ आवाज उठाकर लड़ने वाली लड़की के रोल में। वो हर किरदार में अच्छी लगी हैं। फिल्म में उनके पिता का रोल निभाने वाले कुमुद मिश्रा अपनी बेटी का साथ देते और उनके साथ खड़े नजर आते हैं। वो हर कदम पर अपनी बेटी का हौसला बढ़ाते हैं और उन्हें समझाते हैं कि हर सही कदम सुख देने वाला नहीं होता। फिल्म में कुमुद मिश्रा से लेकर तापसी की मां का रोल निभाने वाली रतना पाठक और सास का रोल प्ले करने वाली तनवी आजमी सबने अपने रोल के साथ इंसाफ किया है। 

देखें- 'थप्पड़' का ट्रेलर

 

 

डायरेक्शन: फिल्म के डायरेक्टर अनुभव सिन्हा हैं जो साल 2018 में रिलीज हुई तापसी पन्नू की फिल्म मुल्क को भी डायरेक्ट कर चुके हैं। अनुभव ने फिल्म में ङर उस इमोशन को बेहतर तरीके से दर्शकों तक पहुंचाया है जिसे फिल्म में तापसी महसूस करती हैं। अपने पति द्वारा थप्पड़ मारे जाने के बाद किसी महिला को कैसा महसूस होता है वो तापसी के हर इमोशन में महसूस किया जा सकता है। फिल्म में कई दमदार डायलॉग और सीन हैं जो इसकी कहानी को और दमदार बनाते हैं। 

क्यों देखें: फिल्म की कहानी एक ऐसे सामाजिक मुद्दे पर है जिसका सामना आज भी लगभग हर दूसरे घर में महिलाएं कर रही हैं लेकिन समाज के दबाव में आकर वो चुप रहती हैं और अपने साथ हो रहे अन्याय को सहती हैं। फिल्म एक दमदार संदेश देती है जिसे ना केवल महिलाओं बल्कि पुरुषों को भी जरूर देखना चाहिए ताकि यह समझा जा सके कि एक थप्पड़ सिर्फ एक थप्पड़ नहीं होता।

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