Saanand Verma Spoke About His Journey: छोटे पर्दे के पॉपुलर सिटकॉम भाभी जी घर पर है (Bhabhi Ji Ghar Par Hai) में अनोखेलाल सक्सेना (Anokhelal Saxena) का किरदार निभाने वाले एक्टर सानंद वर्मा (Saanand Verma) को हाल ही में दादासाहेब फाल्के आइकॉन अवार्ड से नवाजा गया है। अपनी बेहतरीन कलाकारी की वजह से उन्हें यह अवार्ड दिया गया है। अनोखेलाल सक्सेना का किरदार दर्शकों को बहुत पसंद आता है। भाभी जी घर पर है टीवी सीरियल की वजह से सानंद वर्मा काफी फेमस हुए हैं। इस टीवी शो में काम करने से पहले सानंद वर्मा कई बॉलीवुड फिल्म्स, टीवी शोज और एडवर्टाइजमेंट में नजर आ चुके हैं। ई टाइम्स को दिए इंटरव्यू के दौरान सानंद वर्मा ने अपने जीवन से जुड़े कई किस्सों को साझा किया है। उन्होंने इस इंटरव्यू के दौरान बताया कि अपने निजी जीवन में उन्हें कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है।
कैसे इस शो ने बदली सानंद की जिंदगी?
दादासाहेब फालके आइकॉन अवार्ड फिल्म 2021 का अवार्ड मिलने पर सानंद ने बताया कि वह बहुत खुश हैं। एक कलाकार होने के नाते उन्हें इस बात की खुशी है कि उनका किरदार लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट की वजह बन रहा है। सानंद ने बताया कि वर्ष 2010 से वह बतौर प्रोफेशनल एक्टर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं। उन्होंने अपना काम सीआईडी से शुरू किया था। भाभी जी घर पर है में काम करने से पहले उन्होंने तकरीबन 20 अन्य शोज में काम किया है। उन्होंने बताया कि वह पहले टेलिविजन सीरीज का हिस्सा नहीं बनना चाहते थे क्योंकि उन्हें ऐसा लगता था कि अगर वह टीवी सीरीज में नजर आने लगे तो उनका चेहरा एक्सपोज हो जाएगा। इसीलिए वह ज्यादातर कैमियो रोल ही करते थे।
कैसे मिला भाभी जी घर पर है टीवी शो में काम?
सानंद ने बताया कि भाभी जी घर पर है पहला ऐसा टीवी शो है जिसमें उन्होंने कंटीन्यूटी में काम किया है। इस शो के डायरेक्टर शशांक बाली की वजह से उन्हें सक्सेना का किरदार मिला। सानंद ने बताया कि शशांक बाली को ऐसा लगता था जैसे कि वह असल जिंदगी में भी सक्सेना हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वह असल जिंदगी में मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं। अपने मानसिक स्वास्थ्य पर बात करते हुए सानंद ने बताया कि उन्हें ऐसा लगता है जैसे कि उनके ऊपर कोई अदृश्य शक्ति है। उनके साथ रोजाना अजीब चीजें होती रहती हैं।
8 साल की उम्र से कर रहे हैं काम
सानंद वर्मा ने बताया कि वह 8 साल के थे जब उन्होंने अपने परिवार के लिए कमाना शुरू कर दिया था। उन्होंने बताया कि वह पहले कॉरपोरेट जॉब करते थे जहां उनकी तनख्वाह प्रतिवर्ष 50 लाख रुपए थी। लेकिन उन्होंने इस जॉब को छोड़ दिया था और वह रोजाना 50 किलोमीटर दूर पैदल ऑडिशन देने जाया करते थे। सानंद ने बताया कि उन्होंने अपनी कार भी बेच दी थी क्योंकि उनके पास पैसे नहीं बचे थे। वह ऑटो रिक्शा या कैब के पैसे भी नहीं दे सकते थे इसलिए वह रोजाना 50 किलोमीटर दूर जाया करते थे। उनके अनुसार एक पागल इंसान ही ऐसा कर सकता है।
सानंद ने ऐसे चुकाए थे अपने लोन
सानंद वर्मा ने बताया कि कॉर्पोरेट जॉब छोड़ने के बाद उनके पास पैसे नहीं बचे थे। ग्रेजुएटी और प्रोविडेंट फंड से उन्हें जितने पैसे मिले थे उससे उन्होंने अपना होम लोन चुकाया था। वह कार का लोन नहीं चुका सकते थे इसलिए उन्होंने अपनी कार बेच दी थी। उन्होंने बताया कि अपने कॉर्पोरेट जॉब पर जाने से पहले वह 05 बजे उठते थे और अपने गाने का रियाज करते थे। वह उन दिनों मुश्किल से 4 घंटे ही सो पाते थे। उन्होंने बताया कि उनका किरदार सक्सेना और उनके बीच काफी समानता है। जिस तरह सक्सेना एक अच्छा इंसान है उस तरह वह भी अपने जीवन में अच्छे इंसान हैं।
कैसा है सेट पर मौजूद बाकी कास्ट से रिश्ता?
सानंद ने बताया कि वह अपने शो के कास्ट और क्रू मेंबर से काफी करीब हैं। कैमरा के सामने रहने वाले लोग और कैमरा के पीछे रहने वाले लोगों से भी वह अच्छा रिश्ता रखते हैं। सानंद ने यह साझा किया कि बच्चों से काफी प्यार करते हैं। वह जब भी अपना किरदार निभाते हैं तो इस बात का ध्यान रखते हैं कि बच्चे उनके किरदार को देखकर कहीं गलत सीख ना ले लें। लॉकडाउन के दौरान वह वीडियो बनाया करते थे और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया करते थे। 10 से 15 दिन के अंदर ही उनके फॉलोअर्स मिलियंस में पहुंच गए थे। उन्होंने अपने लॉकडाउन का समय काफी अच्छे से बिताया।
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