मुंबई. भाबीजी घर पर हैं के 'आई लाइक इट' डायलॉग से गुदगुदाने वाले अनोखे लाल सक्सेनाजी यानी सानंद वर्मा आज किसी भी पहचान के मोहताज नहीं है। लेकिन, इस मुकाम के लिए उन्होंने बेहद संघर्ष किया। सानंद वर्मा ने बताया कि वह कई दिनों तक फैक्ट्री में सोया करते थे।
यूट्यूब चैनल लेहरें से बातचीत में सानंद वर्मा ने कहा 'मैं जब इस शहर में आया था तब मेरी जेब में केवल 100 रुपए का नोट था। मुझे पता नहीं था कि आगे क्या करना है, कहां जाना है। मैंने बहुत कठिनाइयों का सामना किया था। मुंबई में पहली रात मैंने एक फार्मा फैक्ट्री के अंदर छोटे से कमरे में बिताई। कमरे में बहुत ज्यादा बदबू आ रही थी। जगह इतनी छोटी थी कि मैं उस पर ठीक से लेट भी नहीं सकता था। मैंने चटाई पर रात गुजारी थी।
छोड़ी थी मल्टी नेशनल कंपनी की नौकरी
सानंद वर्मा आगे कहते हैं, 'एक वक्त ऐसा भी ता जब मैं भूखा रहता था। मेरे पास खाना खाने के लिए पैसे तक नहीं हुआ करते थे।' यही नहीं सानंद वर्मा ने एक्टिंग में करियर बनाने के लिए अपना मल्टी नेशनल कंपनी की बड़ी तनख्वाह की नौकरी छोड़ दी। भाबीजी घर पर हैं के एक्टर के मुताबिक उन्होंने एक बड़ा घर खरीदा था। इसके लिए उन्होंने होम लोन लिया था।
बेच दी थी कार
सानंद के मुताबिक उन्होंने अपने पीएफ और ग्रेच्युटी का पैसा होम लोन चुकाने में खर्च कर दिया था। इसके अलावा उन्होंने अपनी कार तक बेच दी थी, क्योंकि उनके पास ईएमआई भरने के लिए पैसे नहीं थे।
आपको बता दें कि सानंद वर्मा भाबीजी घर पर है शो की शुरुआत से ही इससे जुड़े हुए हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2014 में फिल्म मर्दानी से की थी। इसके अलावा वह सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म छिछोरे में नजर आ चुके हैं।
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