good food habits : कड़वा है पर अच्‍छा है! 5 कड़वी चीजें जो अच्‍छी सेहत के ल‍िए आपको न‍ियम‍ित खानी चाह‍िए

कड़वे खाद्य पदार्थ ना केवल आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं बल्कि पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने, डायबिटीज, एनीमिया आदि बीमारियों से निजात दिलाने और कई गंभीर बीमारियों के संक्रमण से दूर रखने में मदद करते हैं।

5 Bitter Food You Must Include In Diet In Hindi
5 Bitter Food You Must Include In Diet 
मुख्य बातें
  • विटामिन ए, सी, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर करेले का सेवन कर रहें बीमारियों से दूर
  • पत्तेदार हरी सब्जियों को कहा जाता है क्रूसिफेरस सब्जियां
  • पॉलीफेनल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी कैंसर जैसी भयावह बीमारी से बचाए

कड़वे खाद्य पदार्थ का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करता है। यदि आप प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने से लगातार मौसमी बीमारियों से परेशान रहते हैं तो कड़वे खाद्य पदार्थ का सेवन करें। यह ना केवल आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है बल्कि पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने, डायबिटीज, एनीमिया आदि गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने में भी मदद करता है। 

ऐसे में आइए जानते हैं 5 कड़वे खाद्य पदार्थ जिनको अपनी डाइट में शामिल कर चमत्कारिक स्वास्थ्य परिणाम देख सकते हैं।

1. करेला

This is why you should include karela in your diet

करेले की सब्जी से तो आप सब वाकिफ होंगे। करेला के भयानक कड़वे स्वाद के लिए अधिकतर लोग इस सब्जी से नफरत कर सकते हैं। करेला खाने में बेशक कड़वा होता है लेकिन इसके अनको स्वास्थ्य लाभ हैं। विटामिन ए, विटामिन सी, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर करेला ना केवल आपको फिट रखता है बल्कि डायबिटीज की समस्या से भी निजात दिलाता है, यह डायबिटीज के टाइप 2 रोगियों के लिए अधिक लाभदायक है तथा आंखो के लिए भी अधिक फायदेमंद होता है। आप करेले का सेवन सब्जी के रूप में या जूस के रूप में कर सकते हैं। डायबिटीज के मरीजों को अधिकतर करेले के जूस का सेवन करने के लिए कहा जाता है।

2. क्रूसिफेरस वेज‍िटेबल 

Cruciferous Vegetables: Types, benefits and uses | The Times of India

पत्तेदार हरी क्रूस वाली सब्जियों को भी कड़वे खाद्य पदार्थ में शामिल किया जाता है। आपको बता दें क्रूस वाली सब्जियों में ब्रोकली, मूली और पालक को शामिल किया गया है। इन सब्जियों में ग्लूकोसाइनेट्स नामक तत्व भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह आपको कई गंभीर बीमारियों से निजात दिलाता है और इनके संक्रमण से दूर रखने में मदद करता है। एक अध्ययन के मुताबिक जो व्यक्ति क्रूसिफेरस वाली सब्जियों का अधिक सेवन करते हंर वह कैंसर की चपेट में कम आते हैं।

3. कोको

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कोको, कोको की फलियों को पीसकर और वसा या कोकोआ मक्खन को हटाकर बनाया जाता है, जो कि बिना पके होने पर बेहद कड़वा होता है। आपको बता दें पॉलीफेनोल में समृद्ध कोको में शक्तिशाली एंटी इन्फ्लेमेंट्री प्रभाव मौजूद होते हैं। यह रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करता है। तथा रक्तचाप को कम कर नियंत्रित करने में भी मदद करता है और कोलेस्ट्रोल के स्तर को सुधार करने में सहायक होता है।
डार्क चॉकलेट में भरपूर मात्रा में कोको पाया जाता है, इसलिए यह खाने में कड़वा होता। प्रतिदिन इसका सीमित मात्रा में सेवन करने से कई विशेष स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं।

4. ग्रीन टी

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ग्रीन टी पीने में बेशक कड़वा होता है परंतु यह स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद सिद्ध होता है। अगर आप फिटनेस फ्रीक हैं तो नियमित तौर पर ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैं। यह ना केवल आपके वजन को कम करने में कारगार होता है बल्कि यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है, ह्रदय संबंधी रोगों से भी राहत दिलाने में मदद करता है और इनसे दूर रखता है। आपको बता दें ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है इसमें पाया जाने वाला पॉलीफेनोल कैंशर रोधी कोशिकाओं से लड़ने में मदद करता है।

5. नींबू और संतरे के छ‍िलके 

What does a craving for oranges mean? | The Times of India

स‍िट्रस फ्रूट्स जैसे क‍ि नींबू और संतरों में भरपूर व‍िटाम‍िन सी होता है। हालांक‍ि इनके छ‍िलके फेंक द‍िए जाते हैं जो क‍ि सही नहीं है। दरअसल इन फलों के छ‍िलकों में फ्लैवेनॉयड्स होते हैं ज‍िनकी वजह से इनका स्‍वाद कड़वा होता है। फ्लैवेनॉयड्स का काम फलों को कीड़े आद‍ि से बचाने का होता है। स‍िट्रस फलों के छ‍िलकों में दूसरे फलों की अपेक्षा ज्‍यादा फ्लैवेनॉयड्स होते हैं। इन छ‍िलकों को कुतर कर आप अलग अलग ड‍िशेज में यूज कर सकते हैं। इससे स्‍वाद हल्‍का कड़वा आएगा लेक‍िन हेल्‍थ बेहतर होगी। 


 

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