Winter Diseases: सर्दियों में इन 6 बीमारियों से बिगड़ सकती है आपकी सेहत, जानें इनसे बचने के उपाय

हेल्थ
Updated Jan 13, 2020 | 07:00 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Diseases caused by cold weather: सर्दियों में इंफेक्शन तेजी से फैलता है। यहां जानें सर्दियों के मौसम में होने वाली कुछ मुख्य बीमारियों के बारे में।

 Diseases caused by cold weather
Diseases caused by cold weather (Image: Pixabay)  |  तस्वीर साभार: People

सर्दियों के मौसम में सर्द हवाएं और कड़ाके की ठंड सेहत को प्रभावित करती हैं। ठंड के असर से बचने के लिए लोग गर्म तासीर वाले आहार लेते हैं और सरसों के गुनगुने तेल से शरीर की मालिश करते हैं। इससे ठंड का असर कुछ कम होता है। सर्दियों में बच्चों और वयस्कों के साथ ही बुजुर्गों की भी सेहत बहुत जल्दी खराब होती है। इसलिए इस मौसम में बेहतर देखभाल की जरुरत पड़ती है।

ठंड बढ़ने पर पुरानी बीमारियां भी उभर आती हैं जिससे व्यक्ति को अधिक तकलीफ होने लगती है। इस मौसम में गर्म कपड़ों से शरीर को ढकने के बाद भी उतनी गर्माहट नहीं मिल पाती है जितनी की शरीर के लिए जरुरी होती है। इसके अलावा सर्दियों में कम धूप निकलने के कारण पर्याप्त विटामिन डी नहीं मिल पाता और शरीर बीमारियों की चपेट में आ जाता है। आइये जानते हैं सर्दियों के मौसम में होने वाली कुछ मुख्य बीमारियों के बारे में।

सर्दी के साथ आती हैं ढ़ेरों बीमारियां, जानें बचने के उपाय

Asthma

अस्थमा
अस्थमा श्वसन से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है जो ठंड के मौसम में बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को सर्दियों में सांस लेने में काफी तकलीफ होती है और गले में घरघराहट होती है। इससे बचने के लिए तेज ठंड में बाहर नहीं निकलना चाहिए या बाहर निकलने से पहले नाक और मुंह को स्कार्फ या मास्क से ढक लेना चाहिए।

इंफेक्शन
सर्दियों में इंफेक्शन तेजी से फैलता है। वास्तव में शुष्क मौसम मे वायरस अधिक दिनों तक जिंदा रहते हैं और तेजी से फैलते हैं। इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं। इससे बचने के लिए हाथों को साबुन से धोना चाहिए। दरवाजा, एलिवेटर बटन या फर्श को छूने के बाद हाथ साफ करना चाहिए और नाक और आंख को उंगली से नहीं रगड़ना चाहिए।

हेल्थ टिप्स

वजन बढ़ना
सर्दियों के मौसम में वजन बढ़ना आम बात है। इससे बचने के लिए नियमित एक्सरसाइज करना चाहिए और पानी भी पर्याप्त मात्रा में पीना चाहिए। इसके अलावा एक ही बार ज्यादा खाने की बजाय थोड़ा थोड़ा कई बार खाना चाहिए। सिर्फ इतना ही नहीं मिठाई, शक्कर, कूकीज और कार्बोनेटेड पेय पदार्थों से दूर रहना चाहिए।

ड्राई स्किन
सर्दियों के मौसम में आर्द्रता कम होने से त्वचा की नमी खत्म हो जाती है जिससे स्किन ड्राई और शुष्क हो जाती है। इससे बचने के लिए पर्याप्त पानी पीना चाहिए और साबुन या फेसवाश नहीं लगाना चाहिए। साथ ही चेहरे को अच्छी तरह मॉश्चराइज करना चाहिए।

डिप्रेशन
सर्दियों में पर्याप्त धूप न मिलने के कारण सुस्ती, आलस और मूड स्विंग होना बहुत सामान्य है। इसके कारण डिप्रेशन की समस्या भी बढ़ती है। इसके अलावा पूरे दिन घर में रहने और ठंड के कारण लोगों से मिलना जुलना कम होने से भी कुछ लोगों में डिप्रेशन बढ़ता है। इससे बचने के लिए आठ घंटे नींद लेनी चाहिए और नियमित मेडिटेशन करना चाहिए।

हार्ट अटैक
ठंड के मौसम में हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं। इस मौसम में भारी चीजें उठाने, अधिक चिंता करने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह नहीं हो पाता है। जिसके कारण दिल का दौरा पड़ने लगता है। इससे बचने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें, नियमित जांच कराएं और एक्सरसाइज भी करते रहें।

सर्दियों में इन सभी बीमारियों से सेहत प्रभावित होता है। इनसे छुटकारा पाने के लिए जीवनशैली को बेहतर बनाएं और अपने डॉक्टर के संपर्क में रहें।

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