दिनों दिन बढ़ते प्रदूषण के कारण तरह तरह की बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं। कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है जो प्रदूषण का शिकार न हो। सड़कों पर लंबे जाम में फंसना, गाड़ियों के धुएं और जहरीली गैसों के कारण व्यक्ति विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित है।
प्रदूषण के कारण सिरदर्द, अस्थमा, फेफड़ों में संक्रमण, चक्कर आना, खांसी एवं आंखों की रोशनी कमजोर होने सहित कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में खुद को प्रदूषण के प्रभाव से बचाना काफी जरूरी हो जाता है। आइये जानते हैं प्रदूषण से होने वाली कुछ प्रमुख बीमारियां और उनसे बचने के उपाय के बारे में।
प्रदूषण से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय
प्रदूषण से होने वाली बीमारियां
आमतौर पर प्रदूषण से कई तरह की बीमारियां होती हैं लेकिन यहां हम कुछ मुख्य समस्याओं के बारे में बताने जा रहे हैं।
फेफड़े की समस्या
प्रदूषित हवा में सांस लेने से फेफड़ों में कार्बन डाई आक्साइड की मात्रा बढ़ने लगती है। इस स्थिति को कार्बोऑक्सीहीमोग्लोबिन कहा जाता है। इसके कारण फेफड़े कमजोर पड़ने लगते हैं और फेफड़े से जुड़ी तमाम बीमारियां होने लगती हैं जिसके कारण सांस लेने में कठिनाई उत्पन्न होने लगती है।
ऑक्सीजन की कमी
आमतौर पर प्रत्येक व्यक्ति को अपनी रोजमर्रा के कार्यों को करने के लिए 90 से 100 प्रतिशत ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। लेकिन जब प्रदूषण के कारण ऑक्सीजन का लेवल 90 से नीचे चला जाता है तो इससे थकान, त्वचा पर संक्रमण, सर्दी, खांसी, जुकाम, और आंखों में जलन की समस्या हो जाती है।
इन उपायों से दूर होती हैं बीमारियां
अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक स्वच्छ वातावरण बहुत जरूरी है। प्रदूषण को कम करने के लिए घर एवं इसका आसपास तुलसी का पौधा लगाना बहुत फायदेमंद होता है। तुलसी में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो प्रदूषण को 30 प्रतिशत तक कम कर देता जिसके कारण आप एक स्वच्छ वायु में सांस ले सकते हैं।
तुलसी का गुनगुना पानी पीएं
आमतौर पर प्रदूषण से होने वाली सभी बीमारियों के इलाज के लिए तुलसी बहुत मददगार होती है। एक गिलास पानी में तुलसी के कुछ पत्तों, छोटे टुकड़े अदरक, गुड़ और कालीमिर्च को उबालें और जब यह उबलकर एक चौथाई रह जाए तो इसे छानकर पीएं। इससे प्रदूषण के कारण उत्पन्न हुई फेफड़े एवं श्वसन संबंधित बीमारियां ठीक हो जाती हैं।
व्यायाम करें
शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ने पर प्रदूषण के कारण उत्पन्न हुई बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है। इसके लिए आपको नियमित रुप से रोजाना अनुलोम विलोम, कपालभांति, भस्त्रिका प्राणायाम और ओम का जाप करना चाहिए। नियमित रुप से सिर्फ 15 मिनट तक योग और प्राणायाम करने से शरीर बेहतर तरीके से ऑक्सीजन को ग्रहण करता है जिससे शरीर की शुद्धि होती है और बीमारियां दूर हो जाती है।
तुलसी की पत्तियां चबाएं
तुलसी में कई औषधीय गुण पाये जाते हैं। इसके अलावा इसमें एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं।
प्रदूषण के कारण तेजी से संक्रमण होता है जिसके कारण त्वचा पर दाने निकल आते हैं। रोजाना तुलसी की पत्तियां चबाने से खून साफ होता है चेहरे के मुंहासे दूर हो जाते हैं और प्राकृतिक निखार आता है।