Problems of Irregular Periods: गर्भ में पल रहे शिशु और गर्भवती मां के लिए भी ये कम नुकसानदायक नहीं। पॉल्यूशन के कारण एक स्वस्थ बच्चे को जन्म देना भी मुश्किल होने लगा है क्योंकि कई बार बच्चे जन्मजात रोग लेकर पैदा हो रहे हैं। वहीं प्रदूषण का एक बड़ा साइड इफेक्ट मां बनने में परेशानी का कारण भी बन रहा है। वायु प्रदूषण के बिगड़े स्तर ने पीरियड्स की रेग्युलर साइकिल पर इफेक्ट डालना शुरू कर दिया है। इस समय जो हवा हम ले रहे हैं वह बहुत ही खतरनाक हो चुकी है। इसका असर कार्डियोवस्कुल सिस्टम और रेस्पेरेटरी ट्रेक पर पड़ रहा है।
स्टडीज में पाया गया कि पीरियड का साइकिल कम होना या बढ़ जाना, जल्दी मेनोपॉज आना या मेनोपॉज के बाद अचानक से फिर पीरियड्स शुरू होना जैसे कई गंभीर संकेत नजर आ रहे हैं। बोस्टन यूनिवर्सिटी मेडिकल कैंपस और हावर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने ये पाया कि टीनएज गर्ल में इर्रिगुलर पीरियड्स की शिकार हो रही हैं। इनफर्टिलिटी, पॉलिस्टिक ओवरियन सिंड्रोम, अर्ली मेनोपॉज,हार्ट फेल्योर जैसी तमाम दिक्कते पॉल्यूशन के कारण बढ़ रही हैं। इन सब के कारण कई बीमारियां होने लगी हैं। एस्ट्रोजन और प्रोगेस्टेरॉन हार्मोन्स के बैलेंस बिगड़ रहे हैं।
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कैसे बचें अनियमित पीरियड्स से:
नोट : पॉल्यूशन से बचना ही इसका इलाज है। क्योंकि पॉल्यूशन से होनी वाली दिक्कत पर दवाओं का असर न के बराबर होता है। इसलिए पॉल्यूशन से बचना ही एक साल्यूशन है।
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Disclaimer: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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