Karele ka juice: करेले का रस पेन्क्रियाज यानी अग्नाशयी बीटा कोशिकाओं की भी रक्षा करता है, जो इंसुलिन रिलीज करने का काम करती हैं। ये बाइल जूस यानी पित्त रस को बूस्ट करता है जिससे फैट मेटाबोलाइज होता है। करेले के पानी की मात्रा ज्यादा और कैलोरी में कम होता है। खाली पेट इस जूस को पीना चाहिए और करीब एक घंटे तक इसे पीने के बाद कुछ नहीं लेना चाहिए।
करेले में पोषक तत्वों से भी भरा है और कार्ब्स और कोलेस्ट्रॉल में भी बेहद कम है। अगर अब तक आप इस कड़वे करेले को अपनी डाइट से दूर रखते रहे हैं तो इसे अब अपनी डाइट में शामिल करने के कारण और फायदे भी जान लें। ये करेला आपकी एक्स्ट्रा फैट को जलाने का काम करता है। तो आइए आज करेले के रस के पांच वह अचूक फायदे जानें जो इसे पीने से मिलते हैं और वेट लॉस कैसे होता है।
1. बॉडी फैट को कम करता है
शरीर में वसा या वसा ऊतक रासायनिक रूप से फैटी एसिड की जुड़ी श्रृंखलाओं से बना होता है। करेले के रस में एंजाइम होते हैं जो फैट को फ्री फैटी एसिड में तोड़ते हैं। इससे शरीर से फैट कम होने लगता है। यह फैटी एसिड संश्लेषण के लिए आवश्यक एंजाइमों के स्तर को भी कम करता है, जिसके परिणामस्वरूप फैट का प्रोडक्शन कम होने लगता है।
2. इंसुलिन के स्तर को स्थिर करता है
करेला अग्नाशयी बीटा कोशिकाओं की रक्षा करत है जो इंसुलिन को स्टोर और रिलीज करते हैं। इंसुलिन ब्लड में ग्लूकोज के लेवल को रेग्युलेट करने के लिए जरूरी होता है। करेले में तीन सक्रिय एंटी-डायबिटिक पदार्थ होते हैं जिन्हें चारेंटिन, विसीन और पॉलीपेप्टाइड-पी कहा जाता है। ये शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध और ग्लूकोज के स्तर को कम करते हैं। बहुत कम इंसुलिन ग्लूकोज के खराब स्तर तो बहुत ज्यादा इंसुलिन अचानक भूख और वेट बढ़ने की वजह बनता है।
3. फैट मेटाबॉलिज्म में हेल्पफुल
करेले का रस पित्त रस के स्राव के लिए लीवर को प्रोत्साहित करता है। ये फैट मेटाबॉलिज्ज्म में सहायता करता है। यह प्रक्रिया आम तौर पर उन लोगों में दुर्बल होती है जो मोटे या अधिक वजन वाले होते हैं। यह AMPK नामक प्रोटीन को भी सक्रिय करता है, इससे निम्न प्रभाव दिखते हैं।
• इंसुलिन की सेक्रिशन को ये संतुलित करता है।
• मांसपेशियों सहित सभी कोशिकाओं तक ग्लूकोज को पहुंचाने में मदद करता है।
• कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के संश्लेषण को रोकता है
• वसा को जलाने में मदद करता है
• यह मोटापे के मूल कारणों को खत्म् करता है।
4. विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है
करेले में लगभग 90% पानी है, जो भूख को दबाने में मदद करता है। साथ ही शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने का काम भी करता है, जो वेट बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार होते हैं।
5. कम है कैलोरी
यूएसडीए के अनुसार 100 ग्राम करेले के रस में सिर्फ 34 कैलोरी होती हैं। करेले में मौजूद लेक्टिन भूख को दबाता है।
कैसे पीएं यह जूस
करेले का जूस हमेशा खाली पेट लेना चाहिए। अगर आपको ये स्वाद में बहुत कड़वा है, तो शहद, गाजर या सेब का रस मिला लें। यदि आप डायबिटी पेशंट्स है तो आप उसे हरे सेब के रस के साथ इस रस को पीएं। इस जूस को पीने के लगभग एक घंटे तक कुछ भी खाने से बचें। हर दिन 30 मिनट की एक्सरसाइज और डाइट कंट्रोल से इसे आसानी से सही किया जा सकता है।
(नोट : हमारी सलाह है कि किसी भी तरह का डाइट प्लान फॉलो करने से पहले अपने चिकित्सक या डाइट एक्सपर्ट से परामर्श अवश्य लें।)
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