Benefits of Holy Basil Leaves: शायद ही कोई घर ऐसा हो जहां तुलसी का पौधा न हो। धार्मिक ही नहीं तुलसी के औषधिय गुणों के कारण भी इसे हर घर में लगाया जाता है। हालांकि बहुत कम लोग ये जानते हैं कि तुलसी का पत्ता या अर्क केवल सर्दी-जुकाम या खांसी में ही नहीं बल्कि कई गंभीर बीमारियों में भी काम आता है। तुलसी के अर्क को यदि आप बना कर रोज सेवन करें तो कई गंभीर बीमारियों के पनपने की संभावना भी नहीं होगी। स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी गंभीर बीमारियां भी इससे दूर रहेंगी। तो आइए जानें कि तुलसी के पत्ते या अर्क किन और बीमारियों में कारगर हैं।
तुलसी के पत्तों से करें इन बीमारियों का इलाज स्ट्रेस और डिप्रेशन होगा दूर तुलसी के पत्तों का अर्क या उसकी पत्तियां रोज चबाने से कार्टिसोल हार्मोंस कम निकलता है। इससे तनाव और गुस्सा होने की संभावना कम हो जाती है। डिप्रेशन में तुलसी की चाय या काढ़ा मूड बूस्टर की तरह काम करता है।
कान दर्द होगा दूर
कान में यदि दर्द हो रहा हो तो तुलसी के पत्तों का रस निकाल कर उसे गुनगुना कर लें। अब इस रस की एक या दो बूंद कान में डालें। इससे दर्द में आराम मिलेगा।
मच्छरों का दुश्मन है तुलसी
तुलसी का पौधा मच्छरों का दुश्मन होता है। तुलसी के पौधे और पत्तों से निकलने वाली खुशबू मच्छर बर्दाश्त नहीं कर पाते। साथ ही कीड़े-मकौड़ों से भी तुलसी रक्षा करती है।
प्रदूषण से मिलेगी मुक्ति
प्रदूषण के कारण यदि श्वांस की समस्या हो रही तो अपने बेडरूम में तुलसी आपको शुद्ध ऑक्सिजन मिलेगा। तुलसी का पौधा 20 घंटे ऑक्सीजन देता है और कार्बन मोनोऑक्साइड, कार्बन डाइऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड जैसी ज़हरीली गैसों को सोख लेता है।
कोलेस्ट्रॉल भी होगा कम
जुकाम-खांसी या बुखार में तुलसी के पत्तों को चाय में डालकर या काढ़ा बना कर पीएं। इससे न केवल एलर्जी और जुकाम सही होगा बल्कि कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कंट्रोल होता है। साथ ही ये खून को साफ भी करता है।
किडनी का स्टोन होगा दूर
तुलसी के पत्तियों का अर्क रोज पीने से किडनी में स्टोन की समस्या भी दूर हो जाती है। इसके लिए तुलसी के पत्तों को गरम पानी में डालकर उसका सारा अर्क निकाल लें और इसे शहद के साथ एक गिलास पानी के साथ रोज पीएं।
तुलसी घर के वातावरण को प्रदूषणमुक्त भी बनाती है और सेहत के लिए भी फायदेमंद है। तो तुलसी का सेवन आप किसी न किसी रूप में रोज करें।