नई दिल्ली: दिन की शुरुआत और चाय के कप का साथ! इससे अच्छी सुबह क्या होगी। किसी भी "टी लवर" के लिए चाय सौगात से कम नहीं। अब चाय का स्वरूप बदलने लगा है। पहले हम दूध की बनी गढ़ी चाय पीना पसंद करते थे। बदलती जीवनशैली के साथ दूध गायब होने लगा और हम "ब्लैक टी" में अपनी खुशी दूंढ़ बैठे। आलम यहीं नहीं रुका आज हम अपनी सेहत का ख्याल इतना रखने लगे हैं कि स्वाद तक के साथ 'कॉम्प्रोमाइज' कर लिया। हम ग्रीन टी को भी खुले दिल से अपनाने लगे।
अब चाय का रंग रूप ही नहीं बदला उसको पीने का मकसद भी बदल गया। पहले चाय आनंद के लिए पी जाती थी, गपशप का बहाना होती थी लेकिन अब लोग आनंद और गपशप का बहाना बाद में पहले सेहत का खजाना समझ के पीने लगे हैं। और सेहत की बेहतरी के लिए ग्रीन टी का प्रचलन बढ़ गया।
क्या है ग्रीन टी?
ग्रीन टी के लाभ
क्या ग्रीन टी के भी हैं नुक़सान?
ग्रीन टी सिर्फ स्वास्थ्य लाभों से परिपूर्ण है ऐसा कहना सही नहीं। ग्रीन टी का गलत तरीके से सेवन किया जाए तो आपको इसका लाभ नहीं मिलता। इसके अत्यधिक सेवन से भी नुक़सान होने की संभावनाएं उत्पन्न होती है। कहा जाता है किसी चीज की अति भी बुरी तो यह बात ग्रीन टी के संदर्भ में भी सही प्रमाणित होती है। एक दिन में 4 कप से अधिक सेवन आपको स्वास्थय लाभों से दूर भी कर सकता है। जाने कैसे ग्रीन टी का अधिक सेवन आपके स्वास्थ को प्रभावित करता है-
यदि आप ग्रीन टी का अधिक सेवन यही सोच कर करते हैं की इससे आपको अधिक स्वास्थ्य लाभ मिलेगा तो ज़रा बचकर सेवन करें। एक दिन में 4 कप से अधिक न पिएं और देर रात को ख़ासकर बेवजह इसके सेवन से बचें।