Corona Treatment: इन दो दवाइयों से 4 दिन में ठीक हुए 60 कोरोना मरीज, बांग्लादेशी डॉक्टरों का बड़ा दावा

हेल्थ
शिवम अवस्थी
Updated May 19, 2020 | 07:39 IST

Covid-19 Treatment: कोरोना वायरस का टीका तो अभी तक नहीं मिला है लेकिन सटीक इलाज के लिए तरह-तरह की दवाईयों को आजमाना जारी है। ताजा दावा बांग्लादेशी डॉक्टरों का है, जो दावा काफी बड़ा भी है।

Bangladesh doctors claim for effective covid 19 medicine
Bangladesh doctors claim for effective covid 19 medicine  |  तस्वीर साभार: Representative Image

नई दिल्लीः कोरोना वायरस के टीके (Vaccine) की खोज व प्रयोग दुनियाभर में जारी है। पूरी दुनिया में अब तक 3 लाख से ज्यादा लोग इस महामारी से अपनी जान गंवा चुके हैं और वैज्ञानिक पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द इसकी वैक्सीन विकसित हो सके। वहीं फिलहाल संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए प्रभावी दवाइयों को लेकर भी प्रयोग जारी हैं। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस वायरस से बचाने के लिए तमाम दवाइयों का इस्तेमाल किया जा रहा है। कई दवाइयों के नाम सामने आ चुके हैं। इसी बीच बांग्लादेश के कुछ डॉक्टरों ने बड़ा दावा किया है।

बांग्लादेशी डॉक्टरों का दावा

कोरोना वायरस से बांग्लादेश में अब तक 23,870 संक्रमित हो चुके हैं। जिनमें से 349 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि 4585 लोग ठीक होकर घर भी लौट गए हैं। इसी बीच वहां के कुछ डॉक्टरों ने दावा किया है कि दो दवाईयों का कॉम्बिनेशन मरीजों पर सटीक इलाज करता नजर आ रहा है। बांग्लादेश के कुछ बड़े फीजिशियन की सदस्यता वाली एक मेडिकल टीम ने इसका दावा किया है।

कौन सी है दवाई?

डॉक्टरों का दावा है कि आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली एंटीप्रोटोजोल दवाई 'इवरमेसिटिन' (Ivermectin) और एंटीबायटिक डॉक्सीसाइक्लीन (Doxycycline) की सिंगल डोज ने कोविड-19 के मरीजों पर करिश्माई असर दिखाया है।

60 में से 60 मरीज ठीक, सिर्फ 4 दिन में !

बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रमुख प्रोफेसर डॉक्टर मोहम्मद तारिक आलम ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने बताया है कि उनके डॉक्टर सिर्फ कोरोना मरीजों को ये दवाईयां लिखकर दे रहे थे लेकिन नतीजों ने सबको हैरान कर दिया है क्योंकि अब तक जिन 60 मरीजों ने इस दवाई को लिया, वे सभी ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने ये भी दावा किया है कि इन दवाईयों का कोई साइड-इफेक्ट भी नहीं हुआ है।

गैर-कोविड अस्पताल में सही हो रहे हैं मरीज

डॉक्टर आलम के साथी डॉक्टर रबिउल मोर्शेद ने ये भी बताया कि उनका अस्पताल एक कोविड-19 निर्धारित अस्पताल नहीं है। लेकिन व्यवस्थाओं की कमी के कारण बहुत से मरीज अंत में उनके अस्पताल में ही आते हैं जो कि देश का एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल है। लेकिन इन दवाईयों से मरीजों को बेहतरीन नतीजे देखने को मिले हैं। गंभीर हालत में आने वाले मरीजों की स्थिति 50 फीसदी तक तीन दिनों में सुधर जाती है और चार दिन के अंदर वे पूरी तरह ठीक भी हो जा रहे हैं।

दुनिया भर में अब तक तकरीबन 50 लाख लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। जिसमें से तकरीबन 3 लाख 19 हजार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं अच्छी खबर ये है कि तकरीबन 19 लाख लोग अब तक इस वायरस से जंग भी जीत चुके हैं। दुनिया में इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका हुआ है जहां तकरीबन 16 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। जिसमें से साढ़े तीन लाख लोग अब तक ठीक हो गए हैं जबकि 91,600 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

डिस्क्लेमर: लेख में दी गई जानकारी सामान्य सूचना उद्देश्यों के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। यदि आपके पास किसी भी चिकित्सा मामले के बारे में कोई विशिष्ट प्रश्न हैं, तो हमेशा अपने चिकित्सक या एक पेशेवर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करें।

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