नई दिल्ली : देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण की बेकाबू रफ्तार के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित कई जगह से ऑक्सीजन की कमी की रिपोर्ट सामने आ रही है, जिसके कारण मरीजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण के शुरुआती व सामान्य लक्षणों में सर्दी-जुकाम, बुखार और खांसी सामान्य समस्या है, जबकि कुछ लोगों को सांस लेने में परेशानी जैसी समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है।
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में चेस्ट कंजेशन की स्थिति भी देखी जा रही है। ऐसे में अगर आपको मामूली लक्षण हैं और आप कोविड-19 के कारण हुए सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं और नाक बंद की समस्या तथा चेस्ट कंजेशन (छाती में जकड़न) जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं तो इसमें कुछ घरेलू उपचार भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं, जिनमें गर्म पानी से भाप लेना सबसे अहम है और जिसकी सलाह विशेषज्ञ देते रहे हैं।
इसके अतिरिक्त आपकी रसोई में कई ऐसी चीजें हैं, जिससे आपको बंद नाक से छुटकारा मिल सकता है और छाती की जकड़न कम हो सकती है तथा ऑक्सीजन के स्तर में भी सुधार हो सकता है। अजवायन और लौंग ऐसी ही कुछ चीजें हैं, जो आम तौर पर लोगों की रसोई में उपलब्ध होता है। इसके अतिरिक्त पूजा में इस्तेमाल होने वाला कपूर और नीलगिरी (eucalyptus) ऑयल की कुछ बूंदें भी इसमें कारगर समझी जाती हैं।
वैज्ञानिक तथ्यों में हालांकि इसकी पुष्टि नहीं किए जाने की बातें सामने आ रही हैं, लेकिन आयुर्वेद में इसकी अपनी अहमियत है। आयुर्वेद में अजवायन, कपूर, लौंग और नीलगिरी के मिश्रण को सर्दी-जुकाम के कारण बंद नाक को खोलने में सहायक बताया गया है। इसे फेफड़ों की जकड़न कम करने और ऑक्सीजन स्तर में सुधार में भी समझा जाता है। कई आयुर्वेदिक दवाओं में इन चीजों का इस्तेमाल होता रहा है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। अपनी सेहत में किसी तरह के बदलाव को देखते हुए डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)