दुनिया का पहला कोविड-19 का टीका, यहां जानिए आपके हर सवाल और उनके जवाब

कोरोना की वैक्सीन को लेकर रूस ने जो दावा किया है उसपर सवाल खड़े हो रहे हैं। जानिए सवालों के जवाब कि आखिर क्यों दुनिया को इस बात का यकीन नहीं है।

Corona virus vaccine
Corona virus vaccine  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • कोरोना की वैक्सीन को लेकर रूस ने बनाने का दावा ठोका है
  • कोरोना की इस वैक्सीन पर दुनिया कई देशों ने सवाल खड़े किए है
  • रूस का टीका विश्व स्वास्थ्य संगठन के उन छह टीकों की सूची में नहीं है

मॉस्को:  रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 अगस्त को ऐलान किया कि उनके देश ने कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया का पहला टीका विकसित कर लिया है जो कोविड-19 से निपटने में बहुत प्रभावी ढंग से काम करता है और एक स्थायी रोग प्रतिरोधक क्षमता का निर्माण करता है। इसके साथ ही उन्होंने खुलासा किया कि उनकी बेटियों में से एक को यह टीका पहले ही दिया जा चुका है। पुतिन ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया में पहली बार एक टीके का पंजीकरण किया गया है।पुतिन की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अमेरिका के स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स अजार ने कहा है कि कोविड-19 का पहला टीका बनाने की जगह कोरोना वायरस के खिलाफ एक प्रभावी और सुरक्षित टीका बनाना ज्यादा महत्वपूर्ण है। रूस का टीका विश्व स्वास्थ्य संगठन के उन छह टीकों की सूची में नहीं है जो तीसरे चरण के परीक्षण की स्थिति में पहुंच चुके हैं।
 

सबसे पहले इस टीके को किसे दिया गया? 

रुसी राष्ट्रपति पुतिन ने टीके के ऐलान के बाद कहा कि उनकी एक बेटी परीक्षण में शामिल हुई और उसे टीका दिया गया। उन्होंने कहा कि पहले टीके के बाद उनकी बेटी के शरीर का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस था, अगले दिन यह 37 डिग्री सेल्सियस से थोड़ा अधिक था। दूसरे टीके के बाद उसका तापमान कुछ बढ़ा और फिर सब ठीक हो गया। वह अच्छा महसूस कर रही है और एंटीबॉडी स्तर अधिक है। राष्ट्रपति ने कोरोना वायरस के खिलाफ पहले टीके पर काम करने वाले सभी लोगों का धन्यवाद व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि रूस निकट भविष्य में बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन शुरू करने में सक्षम होगा।
 

टीके को लेकर विश्व में क्या प्रतिक्रिया है?

इंपीरियल कॉलेज लंदन में रोग प्रतिरोधक क्षमता विज्ञान के प्रोफेसर डैनी आल्टमैन ने साइंस मीडिया सेंटर से कहा कि पूर्ण परीक्षण से पहले टीका जारी किए जाने से चिंताएं बढ़ गई हैं।सीएनएन ने उनके हवाले से कहा कि मानकों के अनुरूप तीसरे चरण के परीक्षण के बाद ही टीके को मंजूरी मिलनी चाहिए। बीबीसी के अनुसार विश्व स्वास्थ्य संगठन ने टीके से जुड़ी स्वास्थ्य चिंताओं के बीच पिछले सप्ताह रूस से कहा था कि वह कोविड-19 का टीका बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय दिशा-निर्देशों का पालन करे।

रूस में बने इस टीका को किसने विकसित किया है?

रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को के मुताबिक कोरोना वायरस के खिलाफ पहले टीके का उत्पादन दो स्थानों - गमालेया रिसर्च इंस्टिट्यूट और बिनोफार्म कंपनी में शुरू होगा। उन्होंने कहा कि कई देश पहले ही इस टीके को लेकर अपनी रुचि दिखा चुके हैं। रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) उत्पादन और विदेश में टीके के प्रचार-प्रसार में निवेश कर रही है।टीका गमालेया रिसर्च इंस्टिट्यूट और रूस के रक्षा मंत्रालय ने सुयंक्त रूप से विकसित किया है। इसका परीक्षण 18 जून को शुरू हुआ था जिसमें 38 स्वयंसेवी शामिल थे। इन सभी प्रतिभागियों में कोविड-19 के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गई। पहले समूह को 15 जुलाई और दूसरे समूह को 20 जुलाई को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
 

रूस में आम नागरिकों को कब से मिलेगी वैक्सीन?

रूस में बनकर तैयार हुई कोविड-19 की वैक्सीन 1 जनवरी, 2021 से सिविलियन सकुर्लेशन में जाएगी यानि कि इसी दिन से इसकी पहुंच आम लोगों तक कराई जाएगी। रूसी स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने कहा कि यहां के माइक्रोबायोलॉजी रिसर्च सेंटर गेमालेया और रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से विकसित कोविड-19 की वैक्सीन सबसे पहले चिकित्साकर्मियों और शिक्षकों को दी जाएगी। सबसे पहले उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी जो काम के सिलसिले में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं और ये चिकित्सा कर्मी हैं और यह उन्हें भी पहले मुहैया कराई जाएगी जो बच्चों की सेहत के लिए जिम्मेदार हैं यानि कि शिक्षक। उन्होंने कहा कि रूस पांच देशों में अपने विदेशी भागीदारों के साथ मिलकर वैक्सीन की 50 करोड़ से अधिक खुराक के उत्पादन को सुनिश्चित करने के लिए तैयार है।

कोविड-19 के टीके को लेकर अमेरिका ने क्या प्रतिक्रिया दी है?

अमेरिका के स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स अजार ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 का टीका विकसित करना कोई प्रथम स्थान प्राप्त करने की प्रतियोगिता नहीं है। ताइवान की यात्रा पर पहुंचे अजार ने यह टिप्पणी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की इस घोषणा के संदर्भ में की कि उनके देश ने दुनिया का पहला कोविड-19 टीका विकसित और पंजीकृत कर लिया है। अजार ने इस टीके से संबंधित विज्ञान और सुरक्षा पर संदेह जताया।उन्होंने कहा कि अमेरिकी नागरिकों तथा विश्व की भलाई के वास्ते जल्द से जल्द सुरक्षित और प्रभावी टीका विकसित करने के लिए अमेरिका अपनी सरकार, अर्थव्यवस्था और जैव-प्रौद्योगिकी संबंधी शक्तियों को एकजुट कर रहा है।उन्होंने कहा कि करार में शामिल छह में से चार कंपनियों ने परीक्षणों के संबंध में जानकारी दी है कि कोविड-19 से मुक्त हुए लोगों की तुलना में परीक्षण में शामिल लोगों में टीके के कारण अधिक एंटीबॉडीज बनी हैं। ऐसी जानकारी का खुलासा नहीं किया गया है।
 

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