कोरोना से लड़ाई के बीच भारत में दो कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है और 16 जनवरी से इन्हें लगाने का भी ऐलान हो गया है मगर अभी ये फ्रंटलाइन वर्कस और 50 से ज्यादा उम्र वालों को लग रही है, वहीं आम आदमी के मन में ये सवाल है कि अगर उसे खुद खरदकर कोरोना वैक्सीन लगवानी होगी तो कितने दाम चुकाने पड़ेंगे, तो बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने बताया कि निजी बाजार में बिक्री के लिए इस वैक्सीन की कीमत ज्यादा रहेगी और एक डोज की कीमत 1000 रुपये तक रखी जाएगी।
वहीं वैक्सीन के डोज की कीमत भारत सरकार को 200 से 300 रुपये तक रहेगी सीईओ अदार पूनावालाने कहा कि हम जो कुछ भी सरकार को देंगे।
वे इसे भारत के लोगों को फ्री में प्रदान करने जा रहे हैं और जब हम बाद में इसे निजी मार्केट में बेचेंगे, तो इसकी एक डोज की कीमत करीब 1000 रुपये होगी।
बताया जा रहा है कि हर व्यक्ति को दो डोज लगवानी होंगी, तो इस हिसाब से इसकी प्रति व्यक्ति दोनों डोज की कीमत 2000 रुपये आनी चाहिए
अदार पूनावाला ने कहा, 'फैक्ट्री से वैक्सीन की सप्लाई शुरू होना ऐतिहासिक मौका है, हमारा लक्ष्य है कि हम हर किसी तक वैक्सीन पहुंचा सकें, 2021 में यही हमें करना है।
DCGI ने रविवार को देश में प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए कोविशिल्ड और भारत बायोटेक के कोवाक्सिन को मंजूरी दे दी है।देशभर में 16 जनवरी से वैक्सिनेशन शुरू हो रहा है, शुरुआत में कोरोना वॉरियर्स को ही वैक्सीन दी जाएगी।
दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पास वैक्सीन के डोज का निर्माण करने का लाइसेंस है और वह पहले ही करीब 50 मिलियन खुराक का निर्माण कर चुकी है।