नई दिल्ली: खुद को चुस्त-दुरुस्त और बीमारियों से बचाने के लिए हर व्यक्ति एक्सरसाइज करता है या फिर करना चाहता है। कुछ लोग तो वर्कआउट करने के लिए व्यक्तिगत ट्रेनर भी रखते हैं। लेकिन एक शोध से पता चला है कि घंटों जिम करके पसीना बहाना जरूरी नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 18-64 वर्ष की आयु के वयस्कों को प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम तीव्रता वाले एरोबिक व्यायाम या प्रति सप्ताह 75 मिनट की जोरदार तीव्रता वाले एरोबिक व्यायाम करने का लक्ष्य रखना चाहिए।
हफ्ते में एक दिन एक्सरसाइज करने वाले हैं अधिक स्वस्थ
जेएएमए आंतरिक चिकित्सा में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार कौन व्यक्ति कितना अधिक व्यायाम करता है या कम, इससे उसके कम या ज्यादा जीने की बात साबित नहीं होती। 63,000 लोगों पर एक सर्वेक्षण किया गया जिन्होंने कहा कि वे सप्ताह में केवल एक या दो बार व्यायाम करते हैं। यह पाया गया कि इन लोगों ने मरने के जोखिम को 30-34 प्रतिशत तक कम कर दिया था।
शोध का नतीजा कुछ ऐसा था
अध्ययन से साबित होता है कि गाइडलाइन से कम एक्सरसाइज करने से भी समय से पहले होने वाली मौतों से बचने में मदद मिलती है। जो लोग रोजाना व्यायाम करते हैं और जो लोग केवल एक दो दिनों का व्यायाम करते हैं, वे दोनों हृदय संबंधी बीमारी के खतरे को 40 प्रतिशत तक कम कर देते हैं।
अतिरिक्त स्वास्थ्य के लिए करते हैं अधिक एक्सरसाइज
शोध से तो पता चल गया कि आपको प्रतिदिन घंटों जिम में पसीना इसलिए नहीं बहाना है कि आप सभी बीमारियों से मुक्त रहेंगे। स्वस्थ रहने के लिए गाइडलाइन के अनुसार भी आप कम एक्सरसाइज या हफ्ते में एक या दो बार भी अगर अच्छी तरह से व्यायाम कर लें तो आपको फायदा होगा। अब बात है कि आखिर फिर लोग घंटों जिम में पसीना क्यों बहाते हैं. असल में लोगों की स्वास्थ्य को लेकर अपनी प्राथमिकताएं होती हैं। अपनी जरुरत के हिसाब से वो व्यायाम करते हैं। प्रतिदिन व्यायाम के कोई नुकसान भी नहीं हैं। अगर आपको पास समय है और आपकी रूचि है तो आप प्रतिदिन एक्सरसाइज कर सकते हैं।