नई दिल्ली: हल्दी एक ऐसी एंटीबायोटिक है जिससे स्वास्थ्य को कई अद्भुत लाभ मिलते हैं। खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए भी भारत में हल्दी का इस्तेमाल खूब किया जाता है। हल्दी को भोजन या दूध में ही नहीं बल्कि गर्म पानी में भी मिलाकर पीने से स्वस्थ रहा जा सकता है। हल्दी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करती है और इसमें सूजन-रोधी एवं बैक्टीरिया-रोधी गुण भी होते हैं। आज हम आपको जरिए गर्म पानी और हल्दी के फायदे-नुकसान के बारे में बताएंगे।
कैसे बनाएं हल्दी का पानी
गर्म पानी और हल्दी के फायदे:
इम्युनिटी को रखता है मजबूत
हल्दी में लिपोपोलीसैचिरिड होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और फ्लू एवं सर्दी-जुकाम के खतरे को कम करता है।
घाव भरने में सहायक
हल्दी के बैक्टीरिया-रोधी प्रभाव से घाव को जल्दी भरने में मदद मिलती है। हल्दी का पानी सूजन को जोड़ों के ऊतकों को नुकसान पहुंचाने से रोकती है जिससे जोड़ों में दर्द और आर्थराइटिस जैसी समस्याओं से बचाव या राहत मिलती है।
खून रखे साफ
हल्दी वाला पानी पीने से खून नहीं जमता और यह खून साफ करने में भी मददगार है।
दिमाग बनाए स्वस्थ
अगर आप सुबह उठकर गरम पानी में हल्दी मिलाकर पीते हैं तो यह दिमाग के लिए बहुत अच्छा रहता है।
शरीर को डिटॉक्स करने में मददगार
बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए गर्म पानी में नींबू, हल्दी पाउडर और शहद मिलाकर पिएं. यह ड्रिंक शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकालने में बहुत मददगार है।
ये हैं नुकसान:
आपने अभी तक हल्दी के फायदों के बारे में सुना होगा और हल्दी को आजमाया भी होगा, लेकिन इसके नुकसान के बारे में आपने नहीं सुना होगा। अगर आप वाकई नहीं जानते हल्दी के ये नुकसान, तो जरूर जान लीजिए।
डायबटीज के मरीजों के लिए खतरनाक
शुगर के मरीजों को हल्दी का प्रयोग बहुत सावधानी से करना चाहिए। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन ब्लड शुगर को बहुत कम कर देता है।
गर्भवती महिलाओं को कम करना चाहिए इस्तेमाल
गर्भवती महिलाएं को हल्दी के ज्यादा सेवन से बचना चाहिए। सीमित मात्रा में यह फायदेमंद है लेकिन मात्रा ज्यादा हो जाए तो इससे गर्भपात का खतरा बना रहता है।
पथरी के मरीजों के लिए घातक
पीलिया होने पर, पित्ताशय की पथरी या पित्त की रुकावट होने पर हल्दी उतनी ही घातक हो सकती है जितनी यह फायदेमंद है।
इन मरीजों के लिए भी है खतरनाक
जिन्हें खून की बीमारी है और रक्तस्राव का खतरा हो, उनके लिए हल्दी नुकसानदायक है। क्योंकि यह रक्त के थक्के बनने की प्रक्रिया को धीमा कर देती है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।)