डॉक्‍टर्स ने दी थी गांधी जी को नमक खाने की सलाह, जानें क्‍या होते हैं इसके फायदे

हेल्थ
Updated Sep 25, 2019 | 07:00 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

महात्मा गांधी की डाइट वे सभी तत्व थे, जो सेहतमंद शरीर के लिए जरूरी हैं। वे पहले नमक नहीं खाते थे, लेकिन बाद में उन्होंने इसे अपनी डाइट में शामिल किया। जानें नमक के फायदे...

Mahatma Gandhi
Mahatma Gandhi 
मुख्य बातें
  • महात्मा गांधी पहले नहीं खाते थे नमक
  • डाक्टर्स की सलाह के बाद से गांधी जी ने अपनी डाइट में नमक लेना शुरू किया
  • नमक के कई तरह के फायदे हैं, जो आपकी सेहत बनाए रखने के लिए जरूरी है

भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 में हुआ था। उन्हें अपने अहिंसावादी विचारों के लिए जाना जाता था। वे शांतिप्रिय थे और हथियार उठाने में विश्वास नहीं करते थे। गांधी जी की अहिंसावादी विचारधारा आज भी चली आ रही है। इसके अलावा एक और चीज थी, जिसके लिए उन्हें जाना जाता था। महात्मा गांधी अपनी डाइट का बेहद ख्याल रखते थे। Nico Slat ने अपनी किताब Gandhi’s Search for a Perfect Diet में इस बारे में जानकारी दी।

पहले महात्मा गांधी नहीं खाते थे नमक
महात्मा गांधी को फल और सब्जियां बेहद पसंद थीं। वे जानते थे कि इनमें प्राकृतिक नमक होता है, लेकिन वे अपने खाने में अतिरिक्त नमक नहीं डालते थे। उन्होंने 1911 तक बिना नमक की डाइट ली थी। लेकिन जैसे-जैसे वक्त आगे बढ़ता गया, डाक्टर्स ने उन्हें नमक खाने की सलाह दी। इसके बाद 1920 के अंत तक गांधी जी ने अपनी डाइट में थोड़ा नमक जोड़ा। लेकिन वे इस वक्त तक भी बेहद कम ही नमक खाते थे।

दांडी यात्रा या नमक मार्च
नमक को खाने में जोड़ने के बाद गांधी को इसका महत्व समझ आने लगा। ऐसे में उन्होंने नमक पर बिट्रिश सरकार द्वारा लगाए गए कर का भारी विरोध किया। क्योंकि इससे गरीबों के लिए नमक लेना एक तरह से बिल्कुल मुश्किल हो गया था। 1930 में इसी कर को हटाने के लिए गांधी जी ने लोगों के साथ मिलकर दांडी मार्च किया था। जो भारत के स्वतंत्रता दिलाने का एक अभिन्न चरण था।

नमके के फायदे

नमक के फायदे जानने के बाद गांधी जी ने भी अपनी डाइट में इसे शामिल किया था। ऐसे में आप भी जाने इसके फायदे:

ब्लडप्रेशर (बीपी) लो होने से बचाना
आपने ये तो कई बार सुना ही होगा कि ब्लडप्रेशर लो होने पर नमक दिया जाता है। शरीर में नमक की अपर्याप्त मात्रा से ब्लडप्रेशल लो होने लगता है। जिससे आपको थकान, चक्कर आना, कमजोरी जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आपकी डाइट में एक निश्चित मात्रा में नमक का होना जरूरी है।

शरीर को हाईड्रेट रखना
नमक हमारे शरीर को हाईड्रेट रखता है। नमक हेल्दी हाईड्रेशन लेवल और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन में मदद करता है, ताकि शरीर के अंग ठीक से काम कर सके। हमारे शरीर की कोशिकाओं, मांसपेशियों और ऊत्तकों को पानी की जरूरत होती है और नमक इन हिस्सों के लिए सही मात्रा में पानी बनाए रखने में मदद करता है। पानी की कमी से आपको डिहाईड्रेशन हो सकता है, जिसके चलते कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती है।

थाइरॉइड
थाइरॉइड मेटाबॉलिज्म के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। थाइरॉइड तभी ठीक से काम करता है, जब आपके शरीर में मिनरल आयोडीन पर्याप्त मात्रा में हो। आयोडीन की कमी होने पर आपके शरीर में थाइरॉइड हॉर्मोन पर्याप्त मात्रा में नहीं बन पाता है। जिससे कब्ज, थकान, जुकाम जैसी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। इसलिए अपनी डाइट में आयोडीन वाला नमक लेना जरूरी है।

सिस्टिक फाइब्रोसिस में फायदेमंद
जिन लोगों को सिस्टिक फाइब्रोसिस होता है, उनके शरीर में पसीना ज्यादा आने की वजह से नमक की मात्रा कम हो जाती है। इससे उन्हें डिहाईड्रेशन हो सकता है। इससे बचने के लिए अपनी डाइट में ज्यादा पानी और नमक शामिल करना चाहिए। इस बारे में आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।

समुद्री नमक नींद के लिए है गुणकारी
अक्सर आपने सुना होगा कि सोने से पहले अपनी डाइट में नमक नहीं लेना चाहिए, लेकिन ये टेबल सॉल्ट के लिए है। समुद्री नमक प्राकृतिक होता है, जो असल में नींद के लिए बेहद गुणकारी है। इससे नींद अच्छी आती है।

ध्यान रखें - एक निश्चित मात्रा में नमक आपके शरीर के लिए जरूरी है। लेकिन जरूरत से ज्यादा नमक डाइट में शामिल करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसे में आपके शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। जरूरत पड़े तो आप रेगुलर नमक की जगह समुद्री नमक का इस्तेमाल करें। ये ज्यादा गुणकारी होता है।

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