Benefits of Tulsi: बुखार एक आम समस्या होती है, जो किसी भी मौसम में और किसी को भी अपनी जकड़ में ले सकता है। दरअसल, बुखार उन लोगों को जल्दी होता है, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। ऐसे में बुखार और अन्य बीमारियों जैसे-सर्दी और खांसी से बचे रहने के लिए इम्यूनिटी को मजबूत करना जरूरी होता है। इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए तुलसी बहुत कारगर होती है। दरअसल, तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो कई तरह की बीमारियों को दूर करने के साथ-साथ इम्यूनिटी को भी दुरुस्त करते हैं। तो चलिए आज जानते हैं तुलसी के फायदे और सेवन के तरीके बारे में-
तुलसी के फायदे
तुलसी का काढ़ा
बुखार को दूर करने के लिए तुलसी का काढ़ा बहुत फायदेमंद माना जाता है। इस काढ़े को पीने से बुखार बहुत जल्दी दूर होता है। काढ़ा बनाने के लिए पिपली चूर्ण, कुटकी चूर्ण, कंटकारी चूर्ण, पुष्कर मूल चूर्ण और तुलसी के पत्तों को एक गिलास पानी में डालकर उबलने के लिए रख दीजिए। जब ये पानी आधा रह जाए, तो समझिए कि आपका काढ़ा तैयार है।
तुलसी के काढ़े का सेवन
तुलसी के काढ़े को आप चाय की तरह पी सकते हैं। जैसे ही काढ़ा बनकर तैयार हो, तो इसे छानकर हल्का ठंडा होने के लिए रख दें। फिर चाय की तरह सिप लेकर पिएं। इसके सेवन से बहुत जल्दी बुखार से राहत पाने में मदद मिलती है। दिन में दो बार आप तुलसी के काढ़े का सेवन कर सकते हैं।
बुखार के प्रकार
यहां आपको ये समझने की जरूरत है कि बुखार कई तरह के होते हैं। मॉनसून चल रहा है, इस मौसम में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और वायरल फीवर जैसे बुखार ज्यादा देखने को मिलते हैं। इन सभी तरह के बुखारों से बचने के लिए आप काढ़े का सेवन कर सकते हैं, ताकि इन सभी बुखारों से आप बचे रहें।
( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)