Ear Pain: कान का दर्द एक आम समस्या है। लेकिन कान का दर्द अगर बढ़ जाए तो काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। कान में दर्द की वजह से कुछ लोगों को ठीक से सुनाई नहीं देता है। वहीं, कुछ लोगों के कान से तरल पदार्थ भी निकलता है। कान में दर्द होने पर रुक-रुक कर सुनाई देना, बुखार आना, सोने में दिक्कत, कान में खिंचाव, चिड़चिड़ापन, सिर दर्द और भूख में कमी जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। कई बार दांत में दर्द होने की वजह से भी कान में दर्द हो सकता है। वहीं, संक्रमण और स्वीमर्स ईयर की वजह से भी कान में दर्द की परेशानी हो सकती है।
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रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की वजह से कान में बीच की तरफ इंफेक्शन हो सकता है। यह एक ऐसी समस्या है, जिसमें श्वसन तंत्र में संक्रमण से फैलता है। इन समस्या की वजह से सांस लेने में परेशानी के साथ-साथ कान में दर्द होने की भी समस्या हो सकती है।
कान में जमे हुए तरल पदार्थ की वजह से भी बैक्टीरिया होने लगते हैं। ऐसे में अगर यह तरल पदार्थ लंबे समय पर आपके कान में जमा रहे, तो कान में दर्द काफी ज्यादा बढ़ सकता है।
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स्वीमर्स ईयर कान में पानी जाने की वजह से होता है। इस स्थिति में काफी ज्यादा कान में दर्द की परेशानी हो सकती है। स्वीमिंग करने वालों को यह परेशानी सबसे अधिक होती है।
हेडफोन का अधिक समय पर इस्तेमाल करने वालों को भी कान में दर्द हो सकता है। दरअसल, जब आप लंबे समय तक कान में ईयरफोन या हेडफोन लगाकर रखते हैं, तो इसका असर आपके कान के पर्दे पर पड़ता है। जिसकी वजह से कान में दर्द हो सकता है।
जिन लोगों को साइनस की परेशानी रहती हैं। उन्हें भी कान में दर्द की शिकायत हो सकती है। क्योंकि साइनस से प्रभावित लोगों को सर्दी-जुकाम की परेशानी बनी रहती है। जिसका असर आपके कान पर भी पड़ता है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)