अक्सर देखा गया है कि कई लोगों को ऑफिस जाने के नाम से स्ट्रेस होने लगता है। ऑफिस में काम के दबाव के कारण न सिर्फ उनकी वर्क परफॉर्मेंस डाउन होने लगती है बल्कि वह पूरी तरह से नकारात्मकता से भर जाते हैं। जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक अपने कार्य में रुचि न ले पाने के साथ-साथ थकान महसूस करता रहा हो, जिसका नतीजा उसकी गिरती जॉब परफॉर्मेंस के रूप में सामने आ रहा हो तब उस स्थिति को जॉब बर्नआउट के नाम से जाना जाता है।
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, जॉब बर्न आउट एक ऐसा सिंड्रोम है, जो कार्यस्थल पर होने वाले गंभीर तनाव की वजह से पैदा होता है। ऑफिस का स्ट्रेस आपकी हेल्थ पर कैसे असर डालता है और इससे कैसे निपटा जाए, जानें एस.आर साइकेट्री सेंटर की क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. अभिलाषा द्विवेदी से...
एक्सपर्ट की सलाह: अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को एक साथ मिक्स न करें। ना तो कभी ऑफिस का काम घर पर लाएं और ना ही घर की परेशानियों को ऑफिस के काम के साथ मिक्स करें। काम के अलावा उन चीजों में मन लगाएं जिसमें आपको मजा आता हो। इसके अलावा दफ्तर में कोई बात बहुत परेशान कर रही है, तो मन में न रखें बल्कि उसे अपने कलीग, बॉस या सुपरवाइजर से शेयर करें।