गेंदे के फूल का आयुर्वेद में कई बीमारियों की दवा के रूप में प्रयोग किया जाता है। इन फूलों से तेल, क्रीम और मलहम आदि बनाया जाता है। गेंदे के फूल में कैरिटोनॉईड, गंध तेल, स्टेरोल्स, ग्लाइकोसाइड्स और फ्लावोनॉईड्स आदि पाए जाते हैं। जो शरीर की कई बीमारियों और सौंदर्य निखार के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं। गेंदे की कई प्रजातियां होती हैं, लेकिन इनके औषधिय गुण लगभग सब में एक से ही होते हैं। केलैनड्यूला, मैरीगोल्ड जैसे नामों से भी गेंदे को जाना जाता है। इसका इस्तेमाल एक हर्ब यानि की जड़ी-बूटी की तरह किया जाता है। तो आइए जानें कि गेंदे के फूल में क्या फायदे छुपे हैं...
इन बीमारियों और ब्यूटी ट्रीटमेंट में काम आता हैं गेंदे का फूल
घाव को करता है ठीक
गेंदे का फूल एंटीसेप्टिक और एंटी माइक्रोबियल गुणों से भरा होता है। इस फूल के तेल में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जिससे ये किसी भी तरह के घाव, सूजन और खरोच को ठीक करने में मददगार होता है। इसके तेल का प्रयोग कीड़े काटने से होने वाली जलन, खुजली आदि पर भी काम करता है। साथ ही ये घाव को जल्दी भरने में भी काम आता है। जली हुई जगह पर इसके तेल को लगाने से काफी आराम मिलता है।
आंखों के लिए होता है फायदेमंद
गेंदे के फूल में बीटा-कैरोटीन खूब होता है और यही कारण है कि ये आंखों के लिए बहुत ही अच्छा होता है। गेंदे की फूल की चाय पीना बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, जेक्सनथिन, लुटेइन और ल्योकोपेन आदि पाए जाते हैं जो आंखों की रोशनी कम होने, अंधापन या आंखों की अन्य समस्याओं को दूर करने में काम आते हैं।
पराबैंगनी किरणों और एंटी एजिंग
गेंदे का फूल एंटी एजिंग और पराबैंगनी किरणों से बचाने वाला होता है। इससे बनी क्रीम में झुर्रियों को दूर करने का गुण होता है। इसके तेल की मालिश भी स्किन की समस्याओं को दूर करती है, जैसे मुंहासे, डार्क सर्कल या दाग-धब्बों से बचाती है। ये स्किन की कोशिकाओं को फिर से बनने में मदद करता है। साथ ही इसके तेल में SPF गुण पाए जाते हैं। इसलिए गेंदे से बने तेल और क्रीम का उपयोग सनस्क्रीन के तौर पर किया जा सकता है। यह त्वचा को पराबैंगनी किरणों से बचाता है।
सूजन कम करता है
चोट या मोच लगने पर गेंदे के फूल का तेल बहुत काम आता है। ये सूजन को कम करने के साथ दर्द को भी दूर करता है। एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण से भरा इसका तेल गठिया में भी काम आता है। साथ ही गेंदे की चाय पीना भी गठिया में फायदा देता है। ये शरीर की सूजन को भी कम करने में मदद करता है। इसके फूल को पीस कर यदि सूजन वाली जगह पर लगाया जाए तो सूजन ठीक होने लगती है।
स्ट्रेस लेवल और पीरियड्स का दर्द होता है दूर
गेंदे के तेल में स्ट्रेस दूर करने का गुण होता है। इसकी सुगंध स्ट्रेस को दूर करने में मददगार होती है। सिर और माथे पर इसकी मालिश करना भी बहुत कारगर होता है। गेंदे में एंटी स्पास्मोडिक गुण होता है जो किसी भी तरह के दर्द और ऐंठन को दूर करता है। पीरियड्स में होने वाले दर्द से भी गेंदे का तेल राहत दिलाता है।
पाचन की समस्या
पाचन से संबंधित समस्याएं भी गेंदे के फूल से दूर हो सकती है। दस्त,एसिडिटी आदि में गेंदे की चाय काम आती है। कब्ज भी दूर करने में ये कारगर है।
कान दर्द का उपचार
गेंदे के फूल का रस कान में डालने से कान के दर्द दूर होता है। साथ ही ये कान की गंदगी को भी साफ करता है।
तो घर में अपने गेंदे का फूल जरूर लगाएं और इसके लाभ का फायदा उठाएं।