Health Tips: पपीता बहुत हेल्दी फ्रूट होता है। यदि आप इस का रोजाना सेवन करें, तो आप कई तरह की खतरनाक बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं। आपको बता दें, पपीता में फाइबर, विटामिंस और अनेकों तरह के खनिज प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। पपीता एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। कब्ज की समस्या या लीवर की समस्या को ठीक करने के लिए पपीता का सेवन बेहद लाभकारी होता है। लेकिन क्या आपको पता है, पपीता खाने से शरीर को फायदा होने के साथ-साथ नुकसान भी हो सकता है। अगर नहीं, तो आप इस आर्टिकल को पढ़कर पपीता कैसे लोगों के लिए खाना खतरनाक हो सकता है, जान सकते हैं।
किन लोगों को नहीं खाना चाहिए पपीता
1. प्रेग्नेंसी के दौरान
प्रेग्नेंसी के दौरान भूलकर भी प्रेग्नेंट महिलाओं को पपीता नहीं खाना चाहिए। पपीता बेहद गर्म होता है। ऐसी अवस्था में पपीता खाने से गर्भ में पल रहे भ्रूण को नुकसान पहुंच सकता है। यहां तक कि आपका गर्भपात भी हो सकता है।
2. दिल के मरीज
पपीता सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह दिल से संबंधित समस्याओं को भी दूर करने में मदद करता है। लेकिन यदि आप पहले से ही सही हार्ट बीट न होने जैसी समस्याओं से जूझ रहे हो, तो ऐसे रोगियों को पपीता बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। यदि ऐसे रोगी पपीता का सेवन करें, तो उनके दिल की धड़कन की समस्या और भी उन्हें परेशान कर सकती है।
3. एलर्जी वाले लोग भूलकर ना करें इसका सेवन
लेटेक्स एलर्जी से पीड़ित रोगियों के लिए पपीता खाना बेहद नुकसानदायक हो सकता है। पपीता में मौजूद एंजाइम बॉडी में क्रॉस रिएक्शन का कारण बन सकता है। इन की वजह से व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई और आंखों में पानी आना जैसी समस्या हो सकती हैं।
4. गुर्दे में पथरी वाले लोग ना खाएं पपीता
पपीता में विटामिन सी और पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यदि गुर्दे में पथरी वाले रोगी पपीता का सेवन करें, तो इनमें मौजूद पोषक तत्व उनकी स्थिति को और भी खराब कर सकती है। जानकारों के मुताबिक विटामिन सी का बहुत सेवन करने से किडनी में स्टोन का निर्माण हो सकता है या पेशाब करने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं।
5. हाइपोग्लाइसीमिया वाले रोगी भूलकर ना करें सेवन
डायबिटीज से पीड़ित रोगियों के लिए पपीता बेहद नुकसानदायक होता है। इसका सेवन करने से शरीर में रक्त शर्करा का स्तर और भी खराब हो सकता है।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।