सिर्फ दीर्आयु होने से अच्छा है, स्वस्थ रहकर लंबी उम्र गुजरना। अमूमन लोग सिर्फ दीर्घ आयु की कामना करते हैं और फिर अपनी ज़िन्दगी के आखिर के चंद साल बीमारियों से परेशान हो कर ही जीते हैं। आप इस बात पर ध्यान दें कि कैसे दीर्घ आयु बिना स्वास्थ बिगड़े प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा दीर्घायु आहार (लॉन्गेविटी डाइट) को अपनाने से मुमकिन है।
वॉल्टर लोंगो एक इटालियन - अमेरिकन बायोजेरोंटोलॉजिस्ट व बायोलॉजिस्ट हैं। उन्होंने एक प्रकार का आहार प्लान बनाया है जिसका नाम है लॉन्गेविटी डाइट। यह डाइट ख़ासकर उन लोगों के लिए बनाई गई है जो बुढ़ापे को अग्रसर हैं। हालांकि इसका लाभ हर उम्र के लोगों के लिए है। आइए नजर डालें क्या है यह डाइट?
क्या है लॉन्गेविटी डाइट
बड़ी उम्र की तरफ बढ़ते हुए हम जो भी आहार लेते हैं उसका प्रभाव हमारे शरीर पर सबसे अधिक पड़ता है। हमारे आहार का चुनाव ही तय करता है कि हम कितनी स्वस्थ व लम्बी ज़िन्दगी जिएंगे। लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं है कि यदि हमारा खान पान पोष्टिक न हुआ तो हम दीर्घ आयु को प्राप्त नहीं हो पाएंगे।
लॉन्गेविटी डाइट में आपको शाकाहारी भोजन अपनाना है, ओमेगा - 3 फैटी एसिड वाली मछलियों का सेवन कम से कम करना होता है और मांसाहार व डेयरी उत्पादों का बिल्कुल ही काम या न के बराबर सेवन करना होगा। यह आहार न सिर्फ आपके खानपान की शैली बदलेगा, आपकी जीवनशैली पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा।
यह डाइट कैसे काम करती है
कुछ अध्ययनों के नतीजे कहते हैं कि जो लोग प्रोटीन व सचुरेटिड फैट युक्त भोजन करते हैं उनको हृदय रोग, हाइपरटेंशन, कैंसर, डायबिटीज़ और अन्य बीमारियों के होने की समस्या सार्वधिक संभावनाएं होती हैं। लिंगेविटी डाइट में शाक सब्ज़ियों का सेवन होता है, जो स्वस्थ जीवन की संभावनाओं को बढ़ा देती है और उपरोक्त बताई गई बीमारियों से होने वाली मृत्यु दर को कम कर देती है। इस आहार योजना के तहत मछलियों का कम सेवन बताया गया है।
अगर हम सिर्फ साग सब्ज़ियों का ही सेवन करेंगे तो हमारे शरीर में कुछ ज़रूरी तत्वों की कमी हो जाएगी। अतः मछलियों के सेवन से शरीर में विटामिन बी 12, ओमेगा - 3 फैटी एसिड व प्रोटीन की पूर्ति हो जाएगी। याद रहे यह तीनों ही तत्व हमारी रक्त कोशिकाओं व तंत्रिका कोशिकाओं (nerve cells) को स्वस्थ रखते हैं और क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को दुबारा ठीक करते हैं।
लॉन्गेविटी डाइट के लाभ
इस डाइट के अन्तर्गत क्या खाएं
लॉन्गेविटी डाइट में हर प्रकार की शाक सब्ज़ियों व फलों की स्थान दिया गया है। इस डाइट के अन्तर्गत आप निम्न खाद्य उत्पादों व सामग्रियों का सेवन कर सकते हैं -
हर प्रकार की, पत्ते व रेशेदार, हरी सब्जियां, जैतून का तेल( olive oil), ओमेगा -3 फैटी एसिड युक्त मछलियां जैसे सैल्मोन, टूना, मेकरेल, आदि। बीन्स ( जैसे राजमा) और दालें, ताज़े फल, सूखे मेवे जैसे काजू, बादाम, अखरोट, पिस्ता आदि। तले हुए मेवे का सेवन नहीं करना है।