बढ़ती उम्र के साथ क्यों होती है जोड़ों की समस्या? जानिए अपने ज्वाइंट्स को कैसे रखें मजबूत

हर इंसान सोचता है कि वो पूरी उम्र स्वस्थ रहे। मगर ऐसा सच में हो यर हर व्यक्ति के लिए मुमकिन नहीं। कई बार उम्र ढ़लने के साथ बीमारी भी पीछा पकड़ लेती है। ऐसे में खुद की सेहत पर कम उम्र से ही ध्यान देना जरूरी है।

joint pain
जोड़ो का दर्द  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • मानव शरीर में ज्वाइंट्स के बीच एक खास किस्म का तरल पदार्थ होता है
  • जोड़ों के साथ मांसपेशियों पर भी ध्यान देना जरूरी
  • व्यायाम को अपने दैनिक जीवन में शामिल करें

बढ़ती उम्र के साथ कई तरह की बीमारियां शरीर का पीछा पकड़ लेती हैं। जोड़ों का दर्द इनमें से सबसे ज्यादा कष्टदायक होता है। कई बार तो यह कम उम्र से ही परेशान करने लगता है। मानव शरीर में कई प्रकार की हड्डियाँ होती हैं जो एक खास जगह पर एक दूसरे से जुड़ी होती हैं। इन जगहों को ही हम ज्वाइंट कहते हैं। यह ज्वाइंट शरीर को सुचारू रूप से चलाने में मदद करते हैं। हम अपने प्रतिदिन के जीवन में दौड़ना, भागना, व्यायाम करना इन ज्वाइंट की वजह से ही आसानी से कर पाते हैं।

लेकिन बढ़ती उम्र के साथ इनमें परेशानियां शुरू हो जाती हैं। इन जोड़ों के बीच एक तरह का चिकनाई वाला तरल पदार्थ होता है। उम्र बढ़ने के साथ यह तरल पदार्थ कम होने लगता है। जिसकी वजह से आमतौर पर उठने बैठने और चलने में परेशानी होती है। साथ ही जोड़ों का दर्द भी शुरू हो जाता है। लेकिन अगर हम कम उम्र से ही इसका ख्याल रखें तो ज्वाइंट्स को मजबूत रखा जा सकता है।

अपने जोड़ों को कैसे रखें स्वस्थ ?

जोड़ों (ज्वाइंट्स) को स्वस्थ रखने के लिए आप तीन उपाय कर सकते हैं। ज्यादा से ज्यादा पैदल चलना या दौड़ना, जोड़ों को स्वस्थ रखने के लिए सही व्यायाम भी बहुत जरूरी है। साथ ही हमें अपनी मांसपेशियों पर भी ध्यान देना होगा। अगर आप इन चीजों पर नियमित रूप से ध्यान देते हैं तो अपने जोड़ों को परेशानियों से दूर रख सकते हैं। यह चार उपाय आपके लिए कारगर साबित हो सकते हैं।

1. शक्ति प्रशिक्षण

इस से मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इस तरह के व्यायाम से ज्वाइंट्स भी मजबूत रहते हैं। मांसपेशियों को मजबूत करने वाले व्यायाम से जोड़ों का दर्द भी कम होता है। इस प्रशिक्षण में पहले तो हल्का वजन उठाना शुरू करें फिर धीरे धीरे वजन बढ़ाते जाएं। मांसपेशियों में तनाव से बचने के लिए इस बात का ध्यान जरूर रखें केद वजन उठाते समय आपका तरीका सही हो।

2. खेल कूद पर ध्यान दें

साइकिलिंग और तैराकी जैसे स्पोर्ट्स भी ज्वाइंट्स को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। कुछ इंडोर गेम जैसे बास्केटबॉल या टेनिस भी खेल सकते हैं। इससे मांसपेशियां और ज्वाइंट्स मजबूत होते हैं। यह ह्रदय के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा होता है। अगर आप खेलकूद को अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं तो यह आपको मानसिक रूप से भी स्वस्थ रखता है।

3. ह्रदय से संबंधित व्यायाम

ह्रदय से संबंधित व्यायाम (कार्डियो एक्सरसाइज) से दिल के साथ-साथ फेफड़े भी स्वस्थ रहते हैं। लेकिन यह आपके जोड़ों के लिए भी बेहतर है। जॉगिंग या दौड़ लगाने से सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। रस्सी कूदने से भी ह्रदय के साथ-साथ ज्वाइंट्स भी एक्टिव रहते हैं। लेकिन वैसे व्यक्ति जिन्हें पहले से ही जोड़ों में परेशानी हो वो ये काम ना करें। उनकी परेशानी बढ़ सकती है।

4. स्ट्रेचिंग

कई लोग स्ट्रेचिंग को बस वॉर्मअप की तरह लेते हैं। लेकिन यह उससे ज्यादा सहायक हो सकता है। अगर आप कोई व्यायाम नहीं करते हैं तो स्ट्रेचिंग आपके ज्वाइंट्स को स्वस्थ रख सकता है। साथ ही यह आपके शरीर को लचीला और मांसपेशियों को मजबूत करता है। तो बस जरूरत इस बात की है हम शुरुआत से ही अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें। कोशिश करें कि व्यायाम हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा हो।

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