आजकल हर दूसरा शख्स एसिडिटी की समस्या से ग्रस्त है। आपको बता दें एसिडिटी कोई बीमारी नहीं है, लेकिन लगातार एसिडिटी बनना कई बीमारियो को दावत जरूर देती है। पेट का बार बार फूलना, पेट में जलन होना, पेट दर्द होना, खाने का मन न होना, बेचैनी होना, जी मिचलाना, आदि एसिडिटी के सामान्य लक्षण हैं। इसके लिए वक्त पर भोजन ना करना, स्ट्रेस लेना या एक बारी में ज्यादा खा लेना, धूम्रपान, खानपान और जीवनशैली में बदलाव। ये सभी चीजें इसके लिए जिम्मेदार हैं।
अगर सही समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो यह गंभीर रूप धारण कर सकती है। आपको बता दें जीवनशाली और खानपान में साधारण बदलाव कर आप इस समस्या से आसानी से निपट सकते हैं। तो ऐसे में आज हम आपके लिए एसिडिटी से झटपट राहत पाने के लिए कुछ आसान तरीके लेकर आए हैं। जिसे अपने जीवनशैली में अपनाकर आप इस समस्या से हमेशा के लिए निजात पा सकते हैं।
एसिडिटी से बचने के लिए तनाव मुक्त रहें
एसिडिटी से तनाव का संबंध? जी हां आपको यह सुनने में जरूर अटपटा सा लग रहा होगा। लेकिन आपको बता दें तनाव से ना केवल आपके वजन में भी तेजी से वृद्धि होती है बल्कि इससे एसिडिटी की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। यदि आपको एसिडिटी से दूर रहना है तो तनाव ना लें। एक अध्ययन के मुताबिक तनाव से एसिडिटी का गहरा संबंध है। तनाव का होना बार बार एसिडिटी को दावत देता है, जिससे आपको पेट संबंधी कई परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं।
समय पर करें भोजन
एसिडिटी की समस्या से बचने के लिए समय पर भोजन करें, लेट लपेट भोजन करने से बचें। क्योंकि जब आप लेट लपेट भोजन करते हैं या काफी देर से भूखे रहते हैं तो गैस्ट्रिक रस और पेट में जलन हो सकती है। इसके बाद जब आप एकदम से ही भरपेट भोजन कर लेते हैं, तो खाना पचने में समस्या हो सकती है। ऐसे में एसिडिटी से बचने के लिए समय पर भोजन का खासा ध्यान रखें।
खाने और सोने के बीच बनाएं पर्याप्त अंतर
एसिडिटी बनने से रोकने के लिए रात के खाने और सोने के बीच पर्याप्त अंतर होना चाहिए। इसके लिए आप रात को सोने से पहले कम से कम 2 से 3 घंटे पहले भोजन करें और खाना खाने के बाद थोड़ी देर वॉक अवश्य करें। अधिकतर लोग खाने के बाद सीधे बिस्तर पर पड़ जाते हैं, जिससे एसिडिटी बनना आम बात है। इससे आपको सुबह बेचैनी महसूस हो सकती है और पेट या गले में जलन की भी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
नींद पूरी करें
रात को अच्छी नींद भी गैस कब्ज आदि समस्या को पनपने से रोकने में अहम भूमिका निभाती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें जिस वक्त हम सोते हैं, उस वक्त हमारे शरीर के अंग विषाक्त पदार्थों को साफ करने का काम करती है ताकि जब हम सुबह उठें तो हल्का महसूस करें। इसलिए नींद पूरी करना ना केवल एसिडिटी की समस्या से आपको दूर रखता है बल्कि यह थकान और तनाव को भी दूर करता है।
अधिक कैलोरी का सेवन करने से बचें
एसिडिटी से राहत पाने के लिए अपनी डाइट में कैलोरी मात्रा को कम रखें। अधिक कैलोरी का सेवन करने से आप असहज महसूस कर सकते हैं और एसिडिटी से परेशान हो सकते हैं। इसलिए अपनी डाइट में कैलोरी की मात्रा का खासा ध्यान रखें।