नई दिल्ली: कोरोना वायरस दुनिया के 114 देशों में फैल चुका है और इससे अबतक दुनिया भर में 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली स्थित एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि हाथों और हथेलियों की सफाई बेहद जरुरी है। उन्होंने कहा है कि जब भी हम बाहर से आए हथेलियों को अच्छी तरह से साफ करें ताकि अगर कोई कीटाणु हो वो वह साफ हो जाएं। उन्होंने हथेलियों को साफ करने के लिए ये सुझाव दिए है।
सैनिटाइजर का इस्तेमाल
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक हाथ धोने के लिए इस्तेमाल होने वाले साबुन या सेनिटाइजर में यदि अल्कोहल की मात्रा 60 फीसदी से ज्यादा है और आप यदि इस तरह के साबुन या सेनिटाइजर का इस्तेमाल करते हैं तो संक्रमित होने की संभावना काफी कम हो जाती है। आम तौर पर हाथ की सफाई के लिए दो तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है,पहला कुछ लोग साबुन और पानी से और कुछ लोग हाथ की सफाई के लिए सेनिटाइजर का इस्तेमाल करते हैं।
कितने कागर सैनिटाइजर
सीडीसी की रिपोर्ट के मुताबिक यदि कोई अल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का इस्तेमाल करता है तो यह सैनिटाइजर उसके हाथ में मौजूद जर्म्स को तेजी से मार देता है लेकिन यह हर तरह के जर्म्स जैसे कि नोरोवायरस, कुछ परीजीवी और डायरिया पैदा करने वाले जर्म को निष्क्रिय नहीं कर पाता। इसके अलावा सैनिटाइजर्स कीटनाशकों एवं भारी धातुओं वाले नुकसानदायक रसायनों की सफाई पूरी तरह से नहीं कर सकते।