मौजूदा समय में घर में बंद रहने से नींद पर भी असर पड़ने लगा है। वॉकिंग और फिजिकल एक्टिविटी कम होने से नींद भी डिस्टर्ब हो रही है। ऐसे में जरूरी है कि कुछ योग किए जाएं जो नींद की प्रक्रिया को सुधारने में मदद करें। ये योग वैसे उन लोगों को हमेशा करने चाहिए जो अनिद्रा की समस्या से ग्रस्त हैं। नींद स्वस्थ शरीर के लिए बेहद जरूरी है और शरीर के लिए दवा का काम करती है। अनिद्रा कई रोगों का कारण होती है, इसलिए नींद बेहतर हो इसके लिए योग से अच्छा कोई और उपाय नहीं है।
विपरीत करणी आसन
इस आसन को करना बेहद आसान है। सबसे पहले आप किसी दीवार से तीन इंच दूरी पर पीठ के बल लेटें और पैर को कमर से सीधा रखते हुए दीवार से सटाते हुए ऊपर रखें। शरीर का ऊपरी भाग जमीन पर सीधा रहेगा और कमर से नीचे का हिस्सा दीवार से लगा कर खड़ा रखें। हाथ को फैला कर सीधा रखें और हथेलियां आसमान की ओर खुली हों। सांस छोड़ते हुए सिर, गर्दन और मेरूदंड को जमीन से लगाए रखें। ये आसन अच्छी नींद के साथ शरीर के दर्द, थकान आदि को भी दूर करने का काम करता है। इस आसन की एक और मुद्रा होती है। इसमें पीठ के बल लेटने के बाद कमर के नीचे हाथ को ले जाकर पीठ को भी कमर से ऊपर उठाने का प्रयास किया जाता है। ये आसन तभी करें जब आपका पूरा नियंत्रण शरीर पर आसन के दौरान होने लगे।
पश्चिमोत्तासन
ये आसन दिमाग को शांत कर बेचैनी और व्याकुलता को कम करता है। साथ ही मस्तिष्क के आराम मिलने से अच्छी नींद भी आती है। इस आसन को करने के लिए अपने पैरों को सीधा जमीन पर फैला दें और अब अपने दोनो हाथ ऊपर की ओर ले जाकर आगे की ओर झुकें। इस दौरान आपके पैर सीधे होने चाहिए। अब सांस छोड़ते हुए अपने पैर के तलवे या अंगूठों को छूने का प्रयास करें और सिर को घुटनों पर लगाने का प्रयास करें। शुरुआत में जितना हो सके उतना ही झुकें। प्रयास करते-करते आप आसन को सही तरीके से कर सकेंगे।
बालासन
ये आसन शरीर को रिलेक्स कर मस्तिष्क में भरपूर ऑक्सीजन पहुंचाता है। इससे तनाव, अनिद्रा और बेचैनी दूर होती है। इस आसन के लिए आप जमीन पर पैर को पीछे की ओर मोड़ कर बैठ जाएं। नमाज वाली पोजिशन में आपको बैठना होगा। अब शरीर आगे की ओर झुकते हुए सिर को जमीन पर लगाएं फिर हाथों को सिर के ऊपर से निकालते हुए हथेलियों को ज़मीन पर लगा दें। इसके बाद अपने हिप्स को ऐड़ियों की ओर ले जाएं। इस आसन को जितनी देर कर सकें करें। इससे आपकी अनिद्रा की दिक्कत हमेशा के लिए दूर हो जाएगी।
इन आसनों को अनिद्रा दूर करने के लिए हमेशा करना चाहिए। ये तनाव और बैचैनी को दूर करने में भी मददगार हैं।