जोड़ों के दर्द से करते हैं आह-आउच, इन घरेलू तरीकों और योगासनों में छिपा है उपचार

हेल्थ
Updated Sep 24, 2018 | 19:04 IST | Dr. Yogi Amrit Raj

जोड़ों की समस्‍या अब बुढ़ापे की निशानी नहीं रही, बल्‍क‍ि कम उम्र में ही लोग इस तकलीफ के श‍िकार हो रहे हैं। हालांकि दवाइयों की बजाय योग की मदद से इस समस्‍या का आसान इलाज हो सकता है।

joint pain treatment
जोड़ों का दर्द कैसे करें दूर  |  तस्वीर साभार: Thinkstock

Joint Pain Treatment : शरीर के ऐसे हिस्से जहां हड्डियां मिलती हों, उसे जोड़ कहते हैं जैसे घुटने कंधे,कोहनी आदि। इन्हीं जोड़ों में कठोरता या सूजन या किसी तरह की तकलीफ जो दर्द का कारण बने, जॉइंट पेन या जोड़ों में दर्द कहलाती है। जोड़ शरीर का अहम हिस्सा होते हैं जिनके कारण उठना- बैठना, चलना, शरीर को मोड़ना आदि मुमकिन होता है। ऐसे मे जोड़ों में दर्द होने पर पूरे शरीर का स्वास्थ्य प्रभावित होता है, और दर्द के साथ ही मानसिक रूप से थका हुआ महसूस करवाता है। 

पहले जोड़ों की समस्‍या बुढ़ापे की निशानी मानी जाती थी लेकिन इन द‍िनों नए लाइफस्‍टाइल के चलते कम उम्र में ही लोग इस समस्‍या का श‍िकार बन रहे हैं। इसकी एक बड़ी वजह शारीरिक गतिव‍िध‍ि का न होना है। वहीं गलत खान पान भी जोड़ों की तकलीफ बढ़ाता है। 

जॉइंट पेन की अहम वजह
बढ़ती उम्र के साथ ही होने वाली कुछ तकलीफें जोड़ों में दर्द के मुख्य कारण होते हैं जैसे कि-

  • हड्डियों में रक्त की आपूर्ति में रुकावट आना
  • रक्त का कैंसर होना
  • हड्डियों में मिनरल यानी की खनिज की कमी होना
  • जोड़ों पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ना
  • जोड़ों में इंफेक्शन होना
  • हड्डियों का टूटना
  • मोच आना या चोट लगना
  • हड्डियों में ट्यूमर आदि की शिकायत होना
  • आर्थराइटिस
  •  बर्साइटिस
  • ऑस्टियोकोंड्राइटि
  • कार्टिलेज का फटना, घिस जाना

जोड़ों के दर्द से राहत के घरेलू उपाय

  1. लहसुन की दो कली हर सुबह खाली पेट पानी के साथ खाएं। खाना बनाने वाले किसी भी तेल में लहसुन की कुछ कलियां डाल कर भून लें। इस तेल को गुनगुना होने तक ठंडा करें और प्रभावित हिस्से की मालिश करें। इस विधि को दिन में दो बार किया जा सकता है। लहसुन के औषधीय गुण गर्दन के दर्द, सूजन और जलन को ठीक करते हैं।
  2. हल्दी रक्त संचार तेज करके जोड़ों के दर्द से आराम देती है और गर्दन की अकड़न को भी कम करती है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा हल्दी का इस्तेमाल करें।
  3. दूध से हड्डियों को कैल्श्यिम और विटामिन डी मिलता है जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं। यदि दूध पसंद न हो तो दूध से बने अन्य खाद्य पदार्थ जैसे पनीर, दही आदि भी खाए जा सकते हैं।
  4. अदरक औषधीय गुणों से भरपूर है जो कि रक्त संचार को तेज करती है जिससे गर्दन के दर्द से राहत मिलती है। पानी में अदरक उबालें और ठंडा करके इसमें शहद मिलाएं। और दिन में 3 बार इस चाय को पिएं। प्रभावित हिस्से की अदरक के तेल से मसाज भी आराम मिलेगा।
  5. किसी कपड़े को सेब के सिरके में भिगोकर दर्द वाले हिस्से पर लपेंटें और कुछ घंटों के लिए छोड़ दें। दिन में दो बार इस विधि को करें। दो कप सेब साइडर सिरका को गुनगुने पानी में डालकर नहाया भी जा सकता है। एक गिलास पानी में कच्चा सेब साइडर सिरका और शहद मिलाकर पीने से भी दर्द में आराम होगा।
  6. एक कप नारियल के तेल को गरम करके, उसमें दो बड़े चम्मच लाल मिर्च पाउडर मिलाएं। इस मिश्रण से प्रभावित हिस्से पर लगाकर तकरीबन 20 मिनट के लिए छोड़ दें। ज्यादा आराम के लिए इस मिश्रण को प्रतिदिन दर्द वाले हिस्से पर लगाएं।
  7. जोड़ों के दर्द से राहत के लिए हमेशा एक्टिव रहें, यानी जोड़ों की मूवमेंट होती रहनी चाहिए। लंबे समय तक एक ही स्थिति में रहने से भी जोड़ों में कठोरता महसूस होती है।
  8. सिकाई के लिए गर्म पानी की बोतल को तौलिया में लपेट कर गर्दन की सिकाई करें। जबकि, ठंडी सिकाई करने के लिए बर्फ के टुकड़ों को तौलिया में लपेटकर, उस तौलिया से सिकाई करें। सिकाई करते वक्त कम से कम दो से तीन मिनट तक गर्दन की लगातार सिकाई होनी चाहिए। यह पूरी प्रक्रिया 15 से 20 मिनट में दोहराएं। इस विधि को आराम होने तक दिन में दो बार करें।
  9. जोड़ों के दर्द से निजात के लिए गर्म और ठंडी सिकाई करने से आराम मिलता है और गर्म सिकाई करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है वहीं ठंडी सिकाई से सूजन और चुभन कम होती है।
  10. जोड़ों पर लगी चोट, हड्डी को तोड़ भी सकती है, इसलिए जोड़ों को चोट से बचाकर रखें। जब भी कोई ऐसा खेल खेलें जिसमें जोड़ों पर चोट लगने का डर हो, तो ज्वाइंट सेफ्टी पैड्स पहनें। टेनिस और गोल्फ खेलते समय भी ब्रेसेस पहनें।
  11. शरीर का ज्यादा वजन घुटनों और कमर पर अधिक दबाव डालता है, जिससे कार्टिलेज के टूटने का डर रहता है। ऐसे में वजन को कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी है।
  12. व्यायाम में स्ट्रेचिंग केवल हफ्ते में तीन बार करें। स्ट्रेचिंग को एकदम शुरू करने की जगह, इससे पहले वार्म अप व्यायाम करें।
  13. जोड़ों के दर्द से राहत के लिए सही पोश्चर में उठना, बैठना और चलना बेहद जरूरी है। सही पोश्चर गर्दन से लेकर घुटनों तक के जोड़ों की रक्षा करता है।
  14. एक्सरसाइज जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए व्यायाम को दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। तैराकी भी जोड़ों के दर्द से राहत के लिए अच्छा व्यायाम होती है।
  15. मालिश से शरीर के दर्द में बेहद आराम मिलता है, यही प्रक्रिया जोड़ों के दर्द में भी लागू होती है। नारियल, जैतून, सरसों या लहसुन के तेल से प्रभावित हिस्से की मालिश करें। हल्के हाथों से दबाव देते हुए दर्द वाले हिस्से को मलें। ऐसा करने से दर्द से राहत मिलेगी।

योग आसन से करें दूर जोड़ो का दर्द

  • वीर-भद्रासन धनुरासन : यह आसन घुटनों को सुदृढ़ बनाता है तथा जकड़े हुए बंद कंधों को खोलता है। यह कंधों से पीठ तक को लचीला बनाता है। तनाव मिटा कर शरीर को संतुलन प्रदान करता है। तथा शरीर से तनाव व जड़ता को दूर करता है।`
  • सेतु-बंध आसन त्रिकोणासन : यह आसन घुटनों की मांसपेशियों को मजबूत करता है। यह हमारे घुटनों, टांगों और टखनों को मजबूत रखता है तथा ऑस्टियोपोरोसिस (अस्थि सुषिरता) रोग में भी लाभकारी है। यह मस्तिष्क को शांत करता है। कमर, जंघा की संधि और नितम्ब में खिंचाव को उत्पन्न करके उनको गतिशीलता प्रदान करता है। 
    (लेखक जाने-माने योग गुरु हैं) 

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