नई दिल्ली: एक कोरोना संक्रमित नर्स (Nurse) जिसने अपने जिंदगी बचाने के लिए कोविड कोमा (Covid coma) में करीब 45 दिन बिताए थे, उसे तब बचा लिया गया है जब मेडिक्स ने उसे प्रायोगिक उपचार व्यवस्था (experimental treatment regime) के हिस्से के रूप में वियाग्रा Viagra दी गई ये मामला इंग्लैंड में सामने आया है।
'द सन' की रिपोर्ट के अनुसार मोनिका अल्मेडा नाम की नर्स के दोनों टीके (both vaccines) होने के बावजूद, उसका कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया किया फिर हालत ज्यादा खराब होने पर उसे अस्पताल ले जाया गया।
बताया जा रहा है कि कोरोना के कारण कोमा में चली गई एक महिला नर्स के लिए वियाग्रा ने संजीवनी जैसा काम किया है, पेशे से नर्स मोनिका अल्मेडा (Monica Almeida) 45 दिनों से कोमा में थीं और उन्हें होश नहीं आ रहा था लेकिन जैसे ही उसे वियाग्रा की डोज दी गई वैसे ही कुछ देर बाद उन्हें होश आ गया।
मोनिका का ऑक्सीजन लेवल आधे से भी ज्यादा कम हो गया था और वह लगातार और कम होता जा रहा था, ये आइडिया मोनिका की सहकर्मियों का था जो काम कर गया लगता है, नर्स मोनिका को जब होश आया तो उसने डॉक्टरों और अपनी सहकर्मियों को इसके लिए धन्यवाद किया। नर्स मोनिका ने बताया, 'जब मैं होश में आई तो मुझे डॉक्टर ने बताया कि मुझे वियाग्रा की मदद से होश में लाया गया है, पहले मुझे ये सब मजाक लगा लेकिन उन्होंने कहा कि सच में मुझे वियाग्रा की हेवी डोज दी गई है।'