Parenting Tips on Child Nutrition: बच्चे के जन्म लेते ही हर माता-पिता उनके लालन-पालन को लेकर चिंतित रहते हैं। उनकी सही ढंग से अगर देखभाल ना की जाए, तो वह हमेशा अस्वस्थ रह सकते हैं। ऐसे में माता-पिता बच्चे के खान पान को लेकर अक्सर कई गलतफहमियां मन में पाल लेते हैं। इस गलतफहमी की वजह से बच्चों को स्वस्थ आहार देने में उन्हें काफी परेशानी होती है। यहां लें इस बारे में अधिक जानकारी।
मिथक 1: खाना नहीं खाएंगे तो बढ़ेंगे कैसे
हर माता-पिता अपने बच्चे को स्वस्थ और अच्छी ग्रोथ लेते देखना चाहते हैं। ऐसे में यदि बच्चे खाना भोजन करना छोड़ दें तो उनकी ग्रोथ स्वाभाविक रूप से और भी कम जाती है। उन्हें लगता है कि उनके ऐसा करने से उनके बच्चे को पोषण पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाएगा।
वास्तविकता- बच्चों का पोषण दिन भर संतुलित रहता है और दिन में एक बार या कुछ दिनों में एक बार अगर वो ठीक से नहीं खाते तो इसके लिए आपको घबराना नहीं चाहिए।
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मिथक 2 : दिन में एक गिलास दूध है जरूरी
वास्तविकता- हर माता-पिता को लगता है कि दूध पीने से बच्चों की हड्डियां और दांत मजबूत हो जाएंगी। दूध में कैल्शियम की मात्रा भले ही काफी पाई जाती है, लेकिन हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए यह संपूर्ण पोषण नहीं है। कुछ बच्चे दूध पीना बिल्कुल पसंद नहीं करते है तो उनके साथ जबरदस्ती करना सही नहीं होता है।
यदि आपका बच्चा दूध पीना नहीं पसंद करता है, तो आप उसकी जगह आप पनीर, छाछ या दही भी अपने बच्चे को खिला सकते हैं।
यदि आपका बच्चा ऐसी चीजें खाना पसंद नहीं करता है, तो आप उन्हें कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे- मछली, सोया, बादाम भिंडी या गहरे हरे रंग की सब्जियां खिला सकते हैं।
मिथक 3 : बच्चे दिन में एक अंडा जरूर खाएं
वास्तविकता- बढ़ते बच्चे को प्रोटीन का सेवन जरूर करना चाहिए। ऐसे में अधिकांश माता-पिता अपने बच्चे को रोजाना एक अंडा जरूर खाना चाहते है। जबकि देखा जाए, तो अंडा के अलावा सोयाबीन, बीन्स, दूध, दाल नट्स या तिलहन जैसी चीजों में भी प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। आप चाहे तो ऐसी चीजें भी अपने बच्चे को खिला सकते हैं।
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मिथक 4 : खाने के लिए बच्चे को रिश्वत देना
वास्तविकता- पेरेंट्स अक्सर बच्चे को खाना खिलाते वक्त किसी ना किसी चीज की लालच देते है ताकि वह खाना सही ढंग से खा सकें। लेकिन ऐसा करने से बच्चे थोड़ी देर के लिए उस चीज के प्रति आकर्षित होते हैं। यदि आप ऐसा करने की जगह की बजाय सब्जियों को उनके तरीके से बना कर खिलाएं, तो आपको खाना खिलाते वक्त रिश्वत देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मिथक 5 : बच्चों को विटामिन देने के लिए फल की जगह जूस का इस्तेमाल करना
वास्तविकता- अधिकांश माता-पिता बच्चों को फल की जगह जूस पिलाते हैं। लेकिन अक्सर चीनी और रंग मिला होता हैं, जो आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि आप जूस की जगह अपने बच्चे को ताजा फल खिलाएं, तो उनके लिए यह काफी लाभदायक हो सकता है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। बच्चों का अच्छा डाइट प्लान सेट करने से पहले या इसमें बदलाव लाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)