आयुर्वेद में पीपल और उसकी पत्तियों, फल और टहनियों के कई फायदे बताए गए हैं। पीपल की पत्तियां औषधीय गुणों से भरी होती हैं। पीपल में पुराने और असाध्य रोगों को ठीक करने का गुण होता है। खास बात ये है कि पीपल की पत्तियों ही नहीं इसके फल भी बहुत से रोगों के उपचार में काम आते हैं। पीपल को लेकर लोगों में भ्रांतियां होती है कि इसकी केवल पूजा करनी चाहिए। जबकि इसके फल, पत्तियां और टहनियों का औषधीय प्रयोग सदियों से होता आ रहा है। इसलिए बीमारियों में पीपल का प्रयोग करना गलत नहीं होता। तो आइए जानें, किन रोगों में पीपल का प्रयोग दवा की तरह काम करता है...
सांस संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या में पीपल की पत्तियां का सेवन करने हमारे लिए लाभकार होता है। पीपल के पके हुए छोटे गुलकंद फलों का सेवन करने से भूख कम लगना, पुरानी खांसी और रक्त संबंधी विकारों का स्थायी इलाज किया जाना संभव है।
पीपल के पौधे के पत्तियों का पेस्ट में गुड़ में मिलाकर इसका प्रतिदिन सेवन करने से पेट संबंधित बीमारियों का दूर किया जा सकता है। पीपल की छाल तथा पके हुए इस गुलकंदों का अलग-अलग पाउडर बनाकर उसे समान मात्रा में मिलाकर प्रतिदिन सेवन करने से हमारे पुराने से पुराने अस्थामा रोग का भी इलाज किया जा सकता है।
इन बीमारियों में पीपल का प्रयोग होता है फायदेमंद
नोट - पीपल का पेड़ पूजनीय भी है और इसके औषधीय गुण भी बहुत काम के हैं। तो जरूरत होने पर पूजा और औषधि दोनों को लाभ उठाएं।