प्रेगनेंसी में कमर दर्द से लेकर चिड़चिड़ेपन तक को दूर करती है ये एक एक्सरसाइज, जानें Pilates के फायदे 

हेल्थ
Updated Aug 14, 2018 | 21:06 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

प्रिगनेंसी (Pregnancy) के दौरान पिलाटे करना काफी फायदेमंद होता है। यह एक्सरसाइज पेट की मांसपेशियों और सांस लेने की प्रक्रिया को स्ट्रांग बनाने का काम करती है। यहां जानें इसके और भी फायदे.. 

Pregnancy
Pregnancy  |  तस्वीर साभार: Instagram

नई दिल्‍ली: प्रिगनेंसी (Pregnancy) वैसे तो अपने आप में एक सुखद अहसास है लेकिन कई बार इसमें भी परेशानियां आती रहती हैं , जो समान्य हैं। प्रिगनेंसी को सुखद बनाए रखने के लिए जरूरी है कि मां की हेल्थ फिट हो और डिलेवरी के समय की परेशानी भी कम हो। इसके लिए सबसे जरूरी है एक्सरसाइज। 

ज्यादा एक्सरसाइज से बेहतर होता है कुछ एक एक्सरसाइज ऐसी हो जिससे कि आपका पूरा शरीर स्वस्थ बना रहे। इसके लिए पिलाटे (Pilates) एक्सरसाइज से बेहतर कुछ नहीं। एक एक्सरसाइज आपके प्रिगनेंसी के पहले महीने से लेकर डिलेवरी के बाद तक की होनी वाली सारी समस्याओं को दूर कर देगा।

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पिलाटे करने वाली महिलाएं हमेशा एक्टिव और हेल्थी रहती हैं।पिलातेस से शरीर ही नहीं फिट रहता बल्कि दिमाग भी स्वस्थ होता है। शरीर को लचीला व संतुलित बनता है। डिलेवरी के बाद बेडौल हुए शरीर को भी सुडौल बनाने में काफी कारगर है। ऐसे में एक भावी मां के लिए इससे बेहतर क्या हो सकता है।

क्या है पिलाटे एक्सरसाइज
योगा ट्रेनर राहुल बातते हैं कि ये एक ऐसा वर्कआउट होता है जिसमें आपक ट्रेनर या किसी इक्युपमेंट की मदद से एक्सरसाइज करते हैं। ये एक्सरसाइज बॉडी बिल्डिंग की श्रेणी में आती है। ये एक्सरसाइज पेट की मांसपेशियों और सांस लेने की प्रक्रिया को स्ट्रांग बनाने का काम करती है। वेट कम करने से लेकर शरीर को लचीला बनाने, मजबूत बनाने और मसल्स के स्ट्रेंथ पर काम करती हैं। प्रिगनेंसी में बस पेट पर जोर न पड़ने वाले कुछ पिलातेस को छोड़ कर सारे ही पिलाते एक्सरसाइज कारगर हैं। याद रखने की बात ये है कि बिना किसी विशेषज्ञ के निर्देशन के बिना बिल्कुल न करें।

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प्रिगनेंसी में इस एक्सरसाइज के हैं ये फायदे 

  1. प्रिगनेंसी के महीने बढ़ने के साथ ही पीठ और कमर में दर्द होना शुरू हो जाता है। ऐसे में इस एक्सरसाइज को करने से दर्द में जहां राहत मिलती हैं वहीं मांसपेशियां लचीली बनती हैं इससे पेट, कूल्हों, नितंबों और पीठ के निचले हिस्से स्ट्रांग होते हैं, जो कि डिलेवरी के समय बहुत सहायक होते हैं।
  2. प्रिगनेंसी में टेंशन एक आम लक्षण है। इस एक्सरसाइज के केवल आधे घंटे करने से टेंशन, चिड़चिड़ापन और मन उचटने जैसी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं।
  3. इस एक्सरसाइज से शरीर में एंडोर्फिन नामक रसायन निकलता है जो कि मूड को बेहतर बनाने का काम करता है। मां का मूड का असर बच्चे के विकास पर पड़ता है।
  4. प्रिगनेंसी में करीब दस से 15 किलो तक वजन का बढ़ना समान्य होता है। लेकिन कई बार डेलेवरी के बाद भी वजन कम नहीं होता है। ऐसी स्थिति में पिलातेस एक्सरसाइज बहुत काम आती है। ये वजन को कम करने में सबसे कारगर है।


     
  5. इस एक्सरसाइज से मांसपेशियां बेहद लचीली हो जाती हैं जिससे नार्मल डिलेवरी के चांसेज भी ज्यादा होते हैं और डिलेवरी भी आसानी से हो जाती है। दर्द कम होता है।

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