नई दिल्ली: बढ़ती उम्र में घुटनों का दर्द एक आम बात है। उम्र के साथ यह तकलीफ बढ़ती जाती है। बढ़ती उम्र के साथ खिंचाव होता है और मांसपेशियों में भी पहले जैसा लचीलापन नहीं रह जाता है। इसलिए घुटनों का दर्द बढ़ती उम्र में तकलीफ देती है।
दरअसल इसका कारण आपकी जीवन शैली भी हो सकती है। किस प्रकार से आप बैठते हैं और आपके उठकर खड़े होने की गलत आदत से भी यह परेशानी बढ़ सकती है। इसका एक मुख्य कारण खुद को कम सक्रिय रखना भी है और एक अवस्था में ज्यादा देर तक रहने से भी यह तकलीफ हो सकती है।
हम आपको पांच तरह की गलत आदतों के बारे में बताने जा रहे है जिससे यह तकलीफ बढ़ जाती है। इसलिए आपको खुद को इसे लेकर अलर्ट रखना है ताकि आपका घुटनों के दर्द नहीं बढ़े और काबू में रहे।
1. पैर के उपर पैर टिकाकर नहीं बैठे
ज्यादातर यह तकलीफ पैर के उपर पैर टिकाकर बैठने की वजह से होती है। पुरुषों के साथ महिलाओं में भी यह आदत होती है जब वह पैर के उपर पैर टिकाकर काफी लंबी देर तक बैठते हैं। इस तरह बैठने से घुटनों पर अतिरिक्त दबाव आता है। पहले से ही किसी भी तरह के घुटने से संबंधित पीड़ित लोगों के लिए इस विशेष स्थिति में लंबे समय तक बैठने से स्थिति और खराब हो सकती है। इसलिए घुटने मोड़कर और पैर के उपर पैर रखकर बैठने से परहेज करें।
2. खड़े होने की आदत सही होनी जरूरी
ज्यादातर लोगों की यह आदत होती है कि वह खड़े होने के दौरान वह घुटनों की बंद स्थिति में ही खड़े हो जाते है। अगर आप चाहते हैं कि घुटने का दर्द आपको नहीं सताए तो आपको इस गलत आदत को बदलाना होगा। आप पूरी तरह से खड़े होने की आदत डालें और घुटने बंद होने की स्थिति में बिल्कुल भी नहीं खड़े हो।
यदि आप अपने घुटनों को स्वस्थ रखना चाहते हैं और इन जटिलताओं से बचना चाहते हैं, तो तुरंत ऐसा करना बंद कर दें। स्वाभाविक रूप से खड़े रहें और अपने घुटनों को हर समय आराम से रखें। आपके घुटने थोड़े मुड़े हुए होने चाहिए जिससे घुटने के आसपास की मांसपेशियों को स्थिरता और सहायता मिल सके।
3. घुटनों को मोड़कर नहीं रखें
घुटनों को लंबे समय तक मोड़कर रखना बहुत ही गलत है। इससे आपके घुटनों का दर्द बढ़ सकता है। इससे आपके लिगामेंट पर भी विपरीत असर होता है। साथ ही आपकी मांसपेशियों में अनावश्यक तनाव होता है जिससे आपके घुटने का दर्द बढ़ सकता हैा। अगर आप घुटनों को लंबे समय तक मोड़कर बैठते है तो इससे आपके कार्टिलेज और घुटनों के आसपास की हड्डियों पर दबाव और अधिक बढ़ जाता है। आप किसी कठोर सतह पर घुटने मोड़ रहे हैं तो इस स्थिति में लंबे समय तक रहने से बचने की कोशिश करें। घुटने की समस्याओं या गठिया से पीड़ित लोगों को इस पॉश्चर में बैठने से परहेज करना चाहिए।
4. सही जूते का चुनाव जरूरी
क्या आपको पता है कि गलत जूता पहनना भी आपके घुटनों के दर्द को बढ़ा सकता है। इसलिए भारी जूते तो हर्गिज नहीं पहने। घिसे-पिटे या असहज जूते पहनने से असंतुलन हो सकता है और आपके जोड़ों पर दबाव पड़ सकता है। इससे जोड़ों का दर्द होने के साथ मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है।
यहां तक कि ऊंची हील के जूतों के रोजाना इस्तेमाल से भी आपके घुटने में दर्द की समस्या बढ़ सकती ह। आरामदायक और कम वजन वाले फुटवियर पहनें जो आपके घुटनों और टखनों को सहारा दे सकें और दर्द का कारण नहीं बने।
5. बैठने के लिए सही कुर्सी का चुनाव जरूरी
बैठने के लिए सही कुर्सी का चुनाव बहुत ही जरूरी है। अगर आपको एक ही अवस्था में बैठकर लंबे समय तक काम करना है तो यह जरूरी है कि आप ऐसी कुर्सी का चुनाव करें जो आपके लिए दर्द का कारण नहीं बने। इसके लिए कुर्सी को आरामदेह होने के साथ ऐसा होना चाहिए कि उसकी ऊंचाई और आपके टेबल पर काम करने के दौरान वो बिल्कुल फिट बैठे। अगर कुर्सी की ऊंचाई छोटी है और टेबल का आकार ऊंचा है तो यह यकीनन आपके घुटने के दर्द को बढ़ाएगा। कुल मिलाकर आपको बैठने के लिए एक ऐसी कुर्सी का चुनाव करना है जो आपके लिए हर प्रकार से सहायक हो और आपके घुटने के लिए तकलीफदेह नहीं बने।