Detox your Body: शरीर से गंदे और हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने का काम किडनी करती है। किडनी 24 घंटे अपना काम करती रहती है। हालांकि, कई बार गलत खान-पान की आदतों की वजह से शरीर में हानिकारक तत्व बढ़ने लगते हैं, जिससे शरीर को डिटॉक्स करने की जरूरत पड़ती है। दरअसल, शरीर में हानिकारक टॉक्सिन्स के बढ़ने से न केवल शरीर बल्कि दिमाग पर भी गलत असर पड़ता है। डिटॉक्स करने से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं। आज इस लेख हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे संकेतों के बारे में, जिनसे पता चलता है कि अब शरीर को डिटॉक्स करने की जरूरत है।
पाचन संबंधी समस्या
यदि बार-बार पाचन संबंधी समस्या हो रही है और पेट में सूजन, कब्ज, दस्त और अन्य पेट संबंधी समस्या हो जाती है, तो समझिए कि आपके शरीर को डिटॉक्स करने की जरूरत है।
हमेशा कमेजारी महसूस होना
कई बार शरीर में थकान और कमजोरी महसूस होती है, तो ये भी एक संकेत होता है कि शरीर में हानिकारक टॉक्सिन्स एकत्र हो गए हैं और शरीर को अब डिटॉक्स करने की जरूरत है।
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हार्मोन्स की गड़बड़ी का होना
यदि आपको अपने शरीर में या स्वभाव में कुछ बदलाव नजर आ रहे हैं, बार-बार किसी भी बात पर गुस्सा या चिड़चिड़ापन हो जाता है, तो समझिए कि आपकी बॉडी को डिटॉक्स करने की जरूरत है।
याददाश्त की समस्या
कई बार आपने देखा होगा या महसूस किया होगा कि, लोग अक्सर किसी भी चीज को कहीं भी रखकर भूल जाते हैं या ज्यादातर बातों को बहुत जल्दी भूल जाते हैं, तो ये खून में टॉक्सिन्स के मिलने का संकेत है। इसके लिए बॉडी को डिटॉक्स करने की जरूरत होती है।
त्वचा संबंधी समस्या
अगर आपकी त्वता पर अचानक से पिंपल्स, दाने और लाल चकत्ते पड़ने की समस्या हो रही है, तो समझिए कि शरीर में हानिकारक तत्व एकत्र हो गए हैं। इसके अलावा ज्यादा सर्दी लगना, खाने में समस्या होना, कमर के निचले हिस्से में दर्द का महसूस होना और तेजी से वजन कम होना भी इसके लक्षण हो सकते हैं।
( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)