Female Health: महिलाओं को हर महीने महावारी की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। कई बार ब्लीडिंग ज्यादा होने से खून की कमी, एनीमिया, पेट दर्द, पैरों में दर्द और आंखों की रोशना का कम होना जैसी समस्याएं हो जाती हैं। ऐसे में यदि कुछ जड़ी-बूटियों का सेवन किया जाए, तो इससे इस तरह की सभी समस्याएं दूर होने में मदद मिलती हैं। साथ ही ये जड़ी बूटियां महिलाओं को पूरी तरह से स्वस्थ रखने में भी असरदार होती हैं। आयुर्वेद में महिलाओं के लिए कुछ खास जड़ी बूटियों के बारे में बताया गया है, जिनके इस्तेमाल से उन्हें पीरियड्स, स्किन, हार्मोन और खून से जुड़ी समस्याओं से बचने में मदद मिल सकती है। तो चलिए जानते हैं इन जड़ी बूटियों के बारे में-
अशोक का पेड़
इस पेड़ पर लाल रंग के फूल आते हैं। इस पेड़ के पत्ते और फूल महिलाओं में होने वाले पीरियड्स की ब्लीडिंग को कम करने, स्किन हेल्थ को बढ़ावा देने, हार्मोन्स की गड़बड़ी को ठीक करने में फायदा मिलता है।
मंजिष्ठा का पौधा
महिलाओं के लिए मंजिष्ठा भी बहुत फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में इस पौधे को एक जबरदस्त जड़ी बूटी माना गया है। मंजिष्ठा के इस्तेमाल से खून को साफ करने और स्किन संबंधी समस्याओं को दूर करने में काफी मदद मिलती है। इसके लिए आप मंजिष्ठा के पाउडर को दूध के साथ या गर्म पानी के साथ मिलाकर पी सकते हैं।
शतपुष्पा का पौधा
यह पौधा जीरे और सौंफ के पौधे की तरह दिखता है। इसमें कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं, यही कारण है कि इसे आयुर्वेद में औषधी माना गया है। महिलाओं के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है। इसके इस्तेमाल से कब्ज, हड्डियों की कमजोरी को दूर करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है।
शतावरी
यह भी महिलाओं के लिए बहुत काम की जड़ी बूटी है। इसके इस्तेमाल से महिलाओं में होने वाले तनाव, मूड स्विंग और हार्मोन में बदलाव जैसी समस्याओं से राहत पाई जा सकती है। इसका इस्तेमाल आप पाउडर के रूप में दूध के साथ कर सकती हैं।
( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)