नई दिल्ली. रक्तचाप या हाइपरटेंशन आजकल एक आम समस्या है। जिसका प्रभाव बड़ों से लेकर बूढ़ों तक देखने को मिलता है, यहां तक कि कई बार बच्चे भी इस समस्या से ग्रसित हो जाते हैं।
बीपी को अक्सर साइंलेंट किलर के रूप में भी संदर्भित किया जाता है। क्योंकि इसके कोई लक्षण नहीं होते और यह चुपचाप आपके ह्रदय के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। आपको बता दें हाई और लो ब्लड प्रेशर दोनों ही शरीर के लिए घातक सिद्ध हो सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर सीधे दिल पर अटैक करता है। इस अवस्था से निपटने के लिए हमें लगातार अपने ब्लड प्रेशर की जांच करनी चाहिए। इस दौरान ध्यान रहे कि आप ब्लड प्रेशर मापने में कोई गलती ना करें क्योंकि गलत रीडिंग आपको भयावह स्थिति में डाल सकती है।
नहीं पिंए कॉफी और स्मोकिंग
जरनल ऑफ ह्यूमन हाइपरटेंशन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक यदि आप पहली बार बीपी चेक कराते है और ज्यादा आता है तो घबराएं नहीं। अगले दिन फिर चेक कराएं या खुद करें। लगातार तीन दिनों तक चेक कराएं।
इसके बाद भी यदि आपका रीडिंग ज्यादा आता है या कम आता है तो जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाएं। बीपी चेक करने से आधे घंटे पहले चाय कॉफी ना पिएं और ना ही स्मोकिंग करें अन्यथा आपके बीपी रीडिंग सही नहीं पता चल सकेगा।
हाथ की पोजिशन
ब्लड प्रेशर मापते वक्त अपने हाथ को किसी टेबल या सपोर्ट वाली जगह पर ना रखें, ऐसी स्थिति में आपके ब्लड प्रेशर की रीडिंग गलत आ सकती है। इसलिए इस दौरान अपने हाथों को किसी समतल सतह पर सपोर्ट करके रखें। ताकि हाथ का ऊपरी हिस्सा आपके ह्रदय के लेवल पर हो। इस पोजिशन में आपके ब्लड प्रेशर की रीडिंग सही आएगी।
हमेशा सीधे बैठें
जनरल ऑफ क्लीनिकल नर्सिंग में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक जब आप लेटते हैं या खड़े होते हैं, तो आपके ब्लड प्रेशर की रीडिंग बढ़ने की संभावना होती है।
जब भी आपका ब्लड प्रेशर मापा जा रहा हो तो सीधे किसी कुर्सी पर बैठें। इस दौरान अपने पैरों को जमीन पर रखें, पैर को एक दूसरे के ऊपर बिल्कुल भी ना चढ़ाएं।
ब्लड प्रेशर मापते वक्त रीडिंग ज्यादा या कम आने पर यानि हाई और लो ब्लड प्रेशर के दौरान दोनों बाजुओं से ब्लड प्रेशर को मापें। इस दौरान दोनों बाजुओं के बीच ब्लड प्रेशर का अंतर 10 या इससे ज्यादा होने पर हार्ट अटैक का खतरा रहता है।