Pregnancy Care: प्रेग्नेंसी के दौरान बार-बार यूरिन आने से हो रही है परेशानी, तो ऐसे पाएं इससे निजात

हेल्थ
Updated Sep 17, 2019 | 07:21 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

प्रेग्नेंसी के दौरान बार-बार यूरिन आने के कारण क्या आपका भी वक्त ज्यादातर बाथरूम में बीतता है? तो यहां कई ऐसे टिप्स हैं जो इस समस्या से निजात दिला सकते हैं।

Pregnancy Care
Pregnancy Care  |  तस्वीर साभार: Getty Images
मुख्य बातें
  • बार-बार यूरिन आना प्रेग्नेंसी की सामान्य समस्या है
  • इस समस्या से निजात पाने के लिए आपको कुछ टिप्स अपनाने होंगे
  • आगे की ओर झुक कर सीट पर बैठने की आदत डालें

प्रेग्नेंसी में बार-बार यूरिन का आना एक आम समस्या है, लेकिन ये समस्या कई बार होने वाली मां के चिड़चिड़ेपन का कारण बन जाती है। हर समय यूरिन आना न केवल आपकी दिनचर्या को प्रभावित करता है बल्कि आपकी चैन की नींद भी छीन लेता है।

प्रेग्नेंसी में ह्यूमन क्रोनिओनिक गोनैडोट्रोपिन हार्मोन के स्त्राव के कारण बॉडी में ब्लड का फ्लो भी बढ़ जाता है, इससे किडनी में भी ब्लड ज्यादा पहुंचने लगता है और किडनी को ज्यादा फिल्टरेशन करना पड़ता है। फिल्टरेशन के कारण खराब टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और नतीजा बार-बार यूरिन आना होता है। यही नहीं जैसे-जैसे शिशु बड़ा होता है वैसे-वैसे ब्लैडर पर दवाब भी बढ़ाता है और ये भी बार-बार यूरिन आने का कारण  बनता है। तो अब इस समस्या को कम कैसे किए जाए आइए जानें।

बार-बार आ रही यूरिन तो, ऐसे करें समस्या का निदान:

टॉयलेट करने में जल्दीबाजी न करें
जब भी आप टॉयलेट जाएं तो यूरिन करने के बाद तुरंत न उठें, बल्कि यूरिनेशन के बाद भी कुछ देर सीट पर बैठे रहें। ऐसा करने से कुछ देर में आपको फिर से यूरिन होगी और तब आपका ब्लैडर खाली हो जाएगा। प्रेग्नेंसी में एक साथ यूरिन पास नहीं हो पाता। ब्लैडर पर दबाव होने कारण ऐसा होता है, इसलिए थोड़ी-थोड़ी मात्रा में यूरिन आती है। इसलिए सीट पर कुछ देर वेट जरूर करें।

आगे की तरफ झुके रहना होगा फायदेमंद
जब भी आप टॉयलेट सीट पर बैठें तब आगे की ओर झुके रहें। इससे ब्लैडर पर दबाव बनेगा और यूरिनेशन के समय ब्लैडर पूरा खाली होगा। याद रखें प्रेग्नेंसी में यूरिन कम लेकिन बार-बार होने से बचने के लिए ये टिप्स कारगर होगी।

फ्रूट जूस नहीं पूरा फल खाएं
अगर आपको फ्रीक्वेंट यूरिनेशन की दिक्कत है, तो कोशिश करें कि फ्रूट जूस की जगह पूरा फ्रूट खाएं। इससे अतिरिक्त लिक्विड शरीर में नहीं जाएगा। लेकिन ये भी याद रखें कि शरीर में पानी की कमी न होने पाए क्योंकि ये शिशु के लिए नुकसानदायक होगा।

चाय-कॉफी या हेल्थ ड्रिंक न लें
आपको पता ही है कि चाय-कॉफी और हेल्थ ड्रिंक लेना प्रेग्नेंसी में सही नहीं होता है। ये चीजें आपके यूरिनेशन को और बढ़ाती है क्योंकि किडनी को इनका भी फिल्टरेशन करना पड़ता है। इसकी जगह आप छांछ, दही या अन्य ऐसी ही चीजें लें जो यूरिन की मात्रा को कम करेंगी, लेकिन शरीर को हाइड्रेट रखेंगे।

कीगल एक्सरसाइज जरूर करें
प्रेग्नेंसी में छींक आने या खांसने तक पर यूरिन पास होने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि आप कीगल एक्सरसाइज करें, जिससे आपके पेल्विक एरिया की मांसपेशियां मजबूत हों और बेहतर कंट्रोल करने की क्षमता विकसित हो। इसे कभी भी किया जा सकता है।

इन बातों का भी जरूर रखें ध्यान
बार-बार यूरिन के कारण पानी पीना कम न करें। प्रेग्नेंसी में फ्लूइड की काफी जरूरत होती है। पानी की कमी के कारण हो सकता है यूरिन तो कम हो जाए लेकिन आप यूटीआई की शिकार हो सकती हैं। रात को सोते समय लिक्विड चीज लेने से बचें।

बार-बार यूरिन आना कोई बीमारी नहीं है, इसे आप अपने तरीके से ही कम कर सकती हैं। खानपान में सुधार और एक्सरसाइज से यूरिन कि फ्रिक्वेंसी कम की जा सकती है।

अगली खबर