Sign of Cancer: आंखों और पैरों का फड़कना हो सकता है कैंसर का संकेत, इन लक्षणों को न करें इग्नोर

Symptoms of Cancer: कई बार कैंसर की वजह से मांसपेशियों में ऐंठन और उनके फड़कने की समस्या हो जाती है। ऐसा अत्यधिक कैफीन के सेवन और कैंसर के सेल्स के नर्व्स को प्रभावित करने से होता है। पैरों और आंखों का फड़कना मेनिंगिओमा नाम के कैंसर का संकेत हो सकते हैं।

Symptoms of Cancer
Cancer Symptoms 
मुख्य बातें
  • सही समय पर लक्षणों को पहचान कर सही इलाज कराना है जरूरी
  • दिमाग के अहम हिस्से को प्रभावित करता है ये कैंसर
  • पैरों और आंखों का फड़कना मेनिंगिओमा का हो सकता है संकेत

Symptoms of Cancer: कैंसर एक बेहद खतरनाक और दर्दनाक बीमारी है। कैंसर कई तरह के जैसे ब्लड कैंसर, पेट का कैंसर या ब्रेन कैंसर हो सकता है। कैंसर के सेल्स पूरे शरीर में अनियंत्रित रूप से फैलते हैं और पूरे शरीर को चपेट में ले लेते हैं। कई बार कैंसर की वजह से मांसपेशियों में ऐंठन और उनके फड़कने की समस्या हो जाती है। ऐसा अत्यधिक कैफीन के सेवन और कैंसर के सेल्स के नर्व्स को प्रभावित करने से होता है। इसके साथ ही व्यक्ति को धुंधला दिखने की समस्या भी हो जाती है। आज इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं आंखों और पैरों का फड़कना किस कैंसर के लक्षण होते हैं-

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आंखों और पैरों के फड़कने का कारण?

मेनिंगिओमा
ये एक ऐसा कैंसर होता है, जो नर्व्सं सिस्टम को प्रभावित करता है, जिसे मांसपेशियों में फड़कने की समस्या हो जाती है। ऐसा तब होता है, जब कैंसर के सेल्स या ट्यूमर दिमाग और रीढ़ की हड्डी विरुद्ध दबाव बनाता है। ऐसे में दिमाग की कार्य प्रणाली प्रभावित होती है।

मेनिंगिओमा के लक्षण
मेनिंगिओमा के लक्षणों के बारे में बात करें तो, इसमें मिर्गी का दौरा उठना सबसे सामान्य लक्षण है। इस समस्या में मांसपेशियां काफी तेज-तेज फड़कने लगती हैं और झटके जैसा महसूस होता है। जब कैंसर का ट्यूमर दिमाग के तीन हिस्सों में फैल जाता है, तो इससे बोलने की समस्या भी हो जाती है।

मेनिंगिओमा में फ्रंटल लोब होता है सबसे ज्यादा प्रभावित
मानव मस्तिष्क के मुख्य हिस्सों में से एक हिस्सा होता है फ्रंटल लोब। फ्रंटल लोब हमारे दिमाग का वो हिस्सा होता है, जो सोचने  मानव ब्रेन का सबसे बड़ा लोब होता है. ये वो हिस्सा है जो सोचने-समझने और फैसला लेने जैसे कार्य करता है। जब ट्यूमर दिमाग के इस हिस्से को प्रभावित करता है, तो बोलने में दिक्कत होने के साथ-साथ मांसपेशियों में फड़कने की समस्या हो जाती है।

मेनिंगिओमा के बचाव
मेनिंगिओमा के कोई खास लक्षण नहीं है, इसलिए कई बार इस कैंसर के लक्षणों को बढ़ती उम्र के लक्षण मानकर अनदेखा कर दिया जाता है, लेकिन ऐसा न करें। इसकी रोकथाम के लिए सही समय पर ध्यान देकर सही इलाज कराया जाना चाहिए।  

(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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